किराए के मकान में सट्टेबाज दो माह से सट्टा खिला रहा था।
बिलासपुर में पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले सट्टेबाज को गिरफ्तार किया है। आरोपी अटल आवास को किराए पर लेकर दांव लगवा रहा था। आरोपी सट्टेबाज KGL पैनल के जरिए ऑनलाइन एविएटर, विंगो, कैसीनो, हार्स राइडिंग जैसे गेम में सट्टा खिलवा रहा था और पिछले एक
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आरोपी के पास से एक लाख 80 हजार रुपए बैंक पासबुक, 16 मोबाइल, लैपटाप जब्त किया है। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है।
एएसपी उदयन बेहार ने बताया कि अशोक नगर अटल आवास को किराए पर लेकर ऑनलाइन सट्टा चलाने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने योजना बनाकर मौके पर दबिश दी। इस दौरान घेराबंदी कर घुटकू निवासी सुरेश प्रजापति (32) को पकड़ लिया।
पूछताछ में आरोपी युवक ने बताया कि उसने सोशल मीडिया के टेलीग्राम पर ग्रुप बनाया था, जिसके माध्यम से संपर्क कर सट्टा एप का मास्टर आईडी लिया था। इससे वह अलग-अलग जगहों पर किराए का मकान लेकर सट्टा चला रहा था।

सटोरिए से पुलिस ने 1 लाख 80 हजार, 3 एलईडी टीवी, 16 मोबाइल फोन, 2 लैपटॉप, 2 सीपीयू, 2 प्रिंटर बरामद किया है।
65% राशि मास्टरमाइंड को भेजता था सट्टेबाज
एएसपी बेहार ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने वह बिलासपुर ब्रांच का संचालन खुद कर रहा था और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए गेम में दांव लगवाता था। कमाई का 65% हिस्सा मुख्य संचालक को जाता था, जबकि 35% ब्रांच को मिलता था।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। उसके बैंक खाते की जांच की जा रही है। इससे सट्टा एप चलाने वालों की जानकारी मिलने की बात कही जा रही है। इसके अलावा उसके मोबाइल की जांच चल रही है। इससे सट्टा एप चलाने वाले पूरे गिरोह के सामने आने का दावा किया जा रहा है।
देश भर में ग्राहकों को जोड़ता था आरोपी
आरोपी ब्रांच के जरिए देश भर में ग्राहकों को ऑनलाइन सट्टे से जोड़ता था। कस्टमर पहले टेलीग्राम के माध्यम से ब्रांच से संपर्क करते, फिर वाट्सएप नंबर के जरिए उन्हें सट्टा खेलने का लिंक दिया जाता। पुलिस अब ऑनलाइन सट्टे के मुख्य संचालक और इससे जुड़े अन्य लोगों की कुंडली खंगाल रही है।
फर्जी सिम, पासबुक और एटीएम मिले
पुलिस ने आरोपी के ठिकाने से एक लाख 80 हजार रुपए, तीन एलईडी टीवी, 16 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, दो सीपीयू, दो प्रिंटर, एक राउटर और नेट बॉक्स, 30 से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड, सात बैंक पासबुक, दो चेकबुक, 14 अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड और दो रजिस्टर जब्त किए हैं।
रजिस्टर में लाखों रुपए के लेनदेन का ब्योरा मिला है। आरोपी को ये फर्जी सिम उसके संचालक उपलब्ध कराते थे। पुलिस अब नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है।