पशुपालन विभाग के कैंपस में बनेगा संयुक्त भवन
नालंदा में किसानों और पशुपालकों के लिए आधुनिक संयुक्त भवन बनेगा। इसके निर्माण के लिए मंजूरी मिल गई है। भवन अस्पताल चौराहे के पास राजकीय पशु अस्पताल कैंपस में बनाया जाएगा। महत्वाकांक्षी परियोजना की कुल लागत लगभग 11 करोड़ रुपए है।
.
पशुपालन निदेशालय से प्राप्त निर्देशों के अनुसार, जिला प्रशासन ने पिछले वर्ष जून में भूमि चिह्नित कर प्रस्ताव भेजा था। स्थल के गहन सत्यापन के पश्चात मुख्यालय से निर्माण की हरी झंडी मिल गई है। वर्तमान में टेंडर और एजेंसी चयन की प्रक्रिया चल रही है, जिसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।
किसानों को मिलेगी एकीकृत सेवा
इस नवीन व्यवस्था का सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि जिले के किसान और पशुपालक अब एक ही स्थान पर तीनों विभागों की सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे। इससे उन्हें अलग-अलग कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और समय की बचत होगी। वर्तमान में पशुपालन विभाग का कार्यालय सदर अस्पताल के सामने सरकारी भवन में, गव्य विभाग धनेश्वर घाट मंदिर के पास और मत्स्य विभाग पुरानी जेल रोड में किराए के भवनों में संचालित हो रहे हैं।
जिला पशुपालन कार्यालय।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा भवन
बहुमंजिला संयुक्त भवन की संरचना में प्रत्येक मंजिल पर अलग-अलग विभागों के कार्यालय होंगे। जिलास्तरीय अधिकारियों के लिए अलग चैंबर, कर्मचारियों के लिए कार्यकक्ष और आगंतुकों के लिए सुविधाजनक प्रतीक्षालय की व्यवस्था होगी।
हर मंजिल पर शौचालय और शुद्ध पेयजल की उचित व्यवस्था भी रहेगी। आधुनिक प्रशिक्षण सह मीटिंग हॉल भी बनाया जाएगा। यहां नियमित रूप से किसानों और पशुपालकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
पशुपालकों को मिलेगी राहत
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. रमेश कुमार ने बताया, ‘संयुक्त भवन निर्माण की स्वीकृति प्राप्त हो गई है। मुख्यालय स्तर से टेंडर और एजेंसी चयन की कार्यवाही चल रही है। आशा है कि शीघ्र ही निर्माण कार्य आरंभ हो जाएगा। एक ही छत के नीचे तीनों विभागों के संचालन से किसानों और पशुपालकों को महत्वपूर्ण राहत मिलेगी।’
जिले में पशु स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार
जिले में पशु स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की दिशा में और भी महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। विभिन्न प्रखंडों में 12 नए पशु अस्पताल भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इनमें बेन के बारा व जनारो-अकौना, इस्लामपुर के खोदागंज, राजगीर के भूई, हिलसा के करायपरसुराय व कोरावां, बिहारशरीफ के दीपनगर व छबिलापुर, सिलाव के नीरपुर, हरनौत के तेलमर, रहुई के सुपासंग और नूरसराय के नदिआवां शामिल है।