बैतूल के उत्तर वन मंडल में एक बार फिर बाइसन देखा गया। इस बाद वह रिहायशी इलाके और सड़क से गुजरते हुए नजर आया है। इससे ग्रामीणों में कौतूहल है। इससे पहले भी बायसन सावलगढ़, चिचोली रेंज में देखा गया था। वन विभाग इसकी निगरानी कर रहा है।
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जानकारी के अनुसार, सतपुड़ा मेलघाट टाइगर कॉरिडोर से गुजरते हुए आज एक बाइसन शाहपुर वन परिक्षेत्र के पास रिहायशी इलाके के करीब पहुंच गया। इससे ग्रामीणों में कौतूहल और डर फैल गया। यह खेतों घूमते नजर आने के साथ ही मुख्य सड़क पर चहलकदमी करता देखा गया।
पहले भी दिख चुका है
11 दिसंबर को भी कई ग्रामीण इसका पीछा करते देखे गए थे। जबकि, गांव के कुत्ते इस बाइसन के पीछे पड़ गए। जब वह सांवलीगढ़ रेंज में मिला था। हालाकि, वन अमले को जानकारी मिलते ही उसे जंगल की ओर खदेड़ दिया गया था।
इसके बाद गुरुवार को बाइसन के शाहपुर रेंज में घूमते हुए वीडियो वायरल हुआ है। यह वीडियो आज देर शाम का बताया जा रहा है। इस मामले में उत्तर मंडल के डीएफओ और शाहपुर रेंजर से संपर्क किया गया, लेकिन उनसे चर्चा नहीं हो सकी।
कई वन क्षेत्रों से गुजरकर यहां पहुंचा
चिचोली गांव के लोगों ने बताया कि यह बाइसन पिछले 8 दिसंबर को गवासेन रेंज के बरखेड़ा दरियावगंज में देखा गया था। उसके पहले मोहदा में दिखा था। धीरे-धीरे यह आगे बढ़ते हुए चिचोली की तरफ पहुंच गया। 11 दिसंबर को यह तारा के रिहायशी इलाके के करीब देखा गया। जिसका वीडियो भी वायरल हुआ था।
जानकारों ने बताया कि संभवतः यह बाइसन कॉरिडोर के जरिए मेलघाट से सतपुड़ा की ओर जा रहा है। आमतौर पर यह समूह में रहते है, लेकिन इसके अकेले पाए जाने से आशंका है कि वह झुंड से बिछड़ गया होगा। बता दें कि अब तक वन्य प्राणी गणना में यहां कोई बाइसन की मौजूदगी नहीं पाई गई है।