अरब सागर से तेजी से आगे बढ़ा मानसून 29 मई तक मुंबई, अहिल्यानगर, आदिलाबाद, भवानीपटना, पुरी, बांग्लादेश होते हुए सिक्किम तक पहुंच गया था। लेकिन इसके बाद से यह 10 दिन से वहीं अटका हुआ है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अब 12 जून से मध्य भारत में मौसमी
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मौसम विशेषज्ञ ए.के. शुक्ला के मुताबिक, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में 1.5 किमी ऊंचाई तक 50 किमी/प्रति घंटे की रफ्तार से लो लेवल जेट हवाएं चल रही हैं। ये मानसून को ऊर्जा देने का काम करती हैं। भोपाल में मानसून आमतौर पर समय पर आता है। पिछले 11 वर्षों में सिर्फ 2018 और 2019 में ही एक हफ्ते की देरी हुई, बाकी वर्षों में मानसून 11 से 28 जून के बीच पहुंचता रहा है।
भोपाल में 20 दिन बाद पारा 40 डिग्री के करीब पहुंचा
भोपाल में दिन का तापमान 20 दिन बाद 40 डिग्री के करीब पहुंच गया। यहां अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो शुक्रवार की तुलना में 1.5 डिग्री ज्यादा रहा। 19 मई को 40.2 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ था। वहीं, रात का पारा 26.4 डिग्री दर्ज किया गया। प्रदेश के 12 जिलों में दिन का तापमान 41 से 42 डिग्री के बीच रहा। हालांकि, बारिश का सिलसिला पूरी तरह थमा नहीं है।
बीते 24 घंटे में प्रदेश के 16 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। छिंदवाड़ा जिले के सौसर में सबसे ज्यादा करीब एक इंच बारिश हुई। प्रदेश में सबसे गर्म शहर गुना और खजुराहो रहे, जहां तापमान 42.2 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। शहर पारा डिग्री में