जगाधरी रेलवे स्टेशन के पास होलिका पूजन करती महिलाएं।
यमुनानगर जिले के जगाधरी रेलवे स्टेशन के पास अग्रसेन चौक पर होली के पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं। इस वर्ष चंद्र ग्रहण के कारण होलिका दहन का समय बदल गया है। हर साल की तरह शाम 8 बजे की जगह इस बार रात 11 बजे के बाद होलिका दहन किया जाएगा। सुबह से ही श्र
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फलों और फूलों से बनाई मालाएं
श्रद्धालु सुदेश रानी और रजनी ने बताया कि वे सदियों से इस पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाते आ रहे हैं। उनका कहना है कि होली का त्योहार हिंदुओं के लिए विशेष महत्व रखता है। घरों में महिलाएं सुबह से ही होली माता की पूजा में जुटी हैं। बच्चों के लिए फलों और फूलों से विशेष मालाएं बनाई जा रही हैं। इन मालाओं में किशमिश, काजू, बादाम, मखाना, छुहारे और पतासे डाले जाते हैं। ये मालाएं बच्चों के गले में पहनाई जाती हैं।
होली पूजन करती महिलाएं।
परिवार में सुख समृद्धि की कामना की
होली के पर्व का पौराणिक महत्व भी है, मान्यता है कि भक्त प्रह्लाद को जलाने के लिए होलिका अग्नि में बैठी थी, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से प्रह्लाद बच गए और होलिका जल गई। घटना की याद में होलिका दहन किया जाता है। परिवार में सुख-समृद्धि के लिए सभी सदस्य होली माता की पूजा करते हैं।