राम चंद्र सैनी | फतेहपुर2 मिनट पहले
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इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य आरोपी पत्नी सोनम के बॉयफ्रेंड राज कुशवाह की दादी का निधन हो गया है। फतेहपुर में राज के घरवालों ने कहा- राज को फर्जी तरीके से केस में फंसाया। इसके चलते दादी परेशान थीं। सदमे में उन्हें हार्टअटैक आ गया और उनकी मौत हो गई। राज की दादी मरते दम तक यही कहती रहीं कि उसका नाती बेकसूर है, उसे फंसाया गया है। राज का घर फतेहपुर जिला मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर गाजीपुर थाना क्षेत्र के रामपुर गांव में है।
राज पिछले 15 सालों से इंदौर में रह रहा था। उसके पिता राम नजर कुशवाहा है। उसकी तीन बहने काजल, सोहनी और प्रिया है। दादा दरबारी सिंह ने बताया कि उनके दूसरे बेटे भूपेंद्र सिंह नोएडा में एक फैक्ट्री में काम करते हैं। सबसे छोटा बेटा नरेंद्र गांव में खेती करता है। कुछ दिन पहले उन्हें पता चला कि राज का सोनम रघुवंशी से प्रेम प्रसंग था। सोनम की राजा रघुवंशी से शादी के बाद भी दोनों का संबंध जारी रहा।

यह राज की दादी की घर की फोटो है।

दादी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है।
दादा ने कहा- नाती के गम में आया हार्ट अटैक दादा दरबारी सिंह ने बताया- अभी कुछ दिन पहले हमें जानकारी हुई कि मेरा नाती राज का इंदौर की लड़की सोनम रघुवंशी के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। सोनम की शादी राजा रघुवंशी से हो गई थी। इसके बाद पता चला कि सोनम के साथ मिलकर राज ने उसके पति की हत्या कर दी है।
जबकि मेरे नाती को जबरन इस हत्या कांड में फंसाया जा रहा है। मेरी पत्नी राम लल्ली सिंह को जब यह जानकारी हुई तो बीमारी रहने लगी। नाती के गम में बुधवार के दिन हार्ट अटैक आने से मौत हो गई है।
पड़ोसियों ने कहा- मरते दम तक नाती को बेकसूर कहती रही पड़ोसी रामू सिंह ने बताया- सोनम रघुवंशी के पति के हत्या के मामले में राज को आरोपी बनाया गया है। इसको लेकर मृतक राम लल्ली मरते दम तक नाती को बेकसूर कहती रही। आज हार्ट अटैक आने से मौत हो गई है।
अब पढ़िए 6 दिन पहले दादी ने क्या बताया था वहीं इससे 6 दिन पहले दैनिक भास्कर ने राज की दादी से बातचीत की थी। इस दौरान उन्होंने राज के बारे में पूरी जानकारी दी थी। तब भी उनका कहना था कि मेरा नाती बेकसूर है। राज को फंसाया गया है। पढ़िए 6 दिन पहले दादी ने क्या बताया था..

राज की दादी ने कहा- हमारे पोते का सोनम से कोई संबंध नहीं था। उसे झूठा फंसाया जा रहा।
दादी बोलीं- वे बड़े लोग हैं, कुछ भी कर सकते हैं दादी से राजा हत्याकांड के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा- वे बड़े लोग हैं, कुछ भी कर सकते हैं। मेरा पोता बहुत अच्छा है, अच्छे से बात-व्यवहार करता है। 15 साल पहले राज के पिता आर्थिक तंगी के कारण इंदौर चले गए थे। वहां उन्होंने फल की दुकान शुरू की। परिवार की स्थिति सुधरने के बाद करीब 10 साल पहले राज अपनी मां और दो बहनों के साथ इंदौर चला गया था।

ये राज का फतेहपुर के रामपुर गांव में स्थित घर है। यहां सिर्फ उसकी दादी और चाचा रहते हैं।
साल में सिर्फ 1-2 बार ही फतेहपुर आता था राज दादी राम लल्ली ने कहा- 5 साल पहले राज के पिता की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। इसके बाद से परिवार वालों का आना कम हो गया था। अब साल में एक दो बार ही आते हैं। पर दो साल से नहीं आए। राज अभी सिर्फ 18 साल का है। उस पर पूरे परिवार की जिम्मेदारियां हैं। वह सिर्फ सोनम के भाई की फैक्ट्री में ही काम करता था। शादी में कामकाज में हाथ बंटाया था। सोनम से उसका कोई संबंध नहीं है। उसे जबरन फंसाया जा रहा है।

यह तस्वीर राज कुशवाह और सोनम की है। राज सोनम के भाई की फैक्ट्री में काम करता था। इसी दौरान उसका सोनम से अफेयर हुआ था।
दादा बोले- सोनम क्या, राज का किसी लड़की से चक्कर नहीं दादा दरबारी सिंह ने कहा- राज का परिवार 15 साल से इंदौर में ही रह रहा है। बस बड़ी बिटिया यहां पढ़ाई करती है। साल-दो साल में एक बार राज आता था। पिछले दो साल से नहीं आया। वो 4 लोगों का परिवार पालता है। सोनम क्या, कभी किसी लड़की के साथ उसके बारे में कोई गलत बात नहीं सुनी। वो ऐसा काम नहीं कर सकता है। मेरे पोते को झूठा फंसाया जा रहा है। मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

दादा दलबीर सिंह ने कहा- राज का कभी किसी लड़की के साथ नाम नहीं सुना। झूठे आरोपों में फंसाया जा रहा। निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
मामा ने कहा- गांव का कोई गलत बोल दे तो फांसी दे दो जब हम गांव पहुंचे तो राज के ननिहाल बांदा जिले के मार्का थानांतर्गत बैरफ गांव निवासी मामा रणजीत सिंह भी पहुंचे हुए थे। उन्होंने कहा- राज कतई ऐसा काम नहीं कर सकता। वो हत्या करने वाला लड़का है ही नहीं। वो बहुत सीधा-साधा लड़का है। हमेशा काम से काम रखता है। कभी किसी से मारपीट तक नहीं हुई। एक जून को मेरी बेटी की शादी थी। मैंने बुलाया था, पर न बहन आई, ना ही राज आया। गांव का एक भी आदमी उसे गलत कह दे तो फांसी चढ़ा दो।

मामा रणजीत सिंह ने भी राज को निर्दोष ठहराया। कहा- गांव में एक भी आदमी बुराई करने वाला नहीं।
चाचा बोले- पूरा परिवार परेशान, राज की बहन इंदौर गई
राज के चाचा भूपेंद्र ने बताया- इस घटना को लेकर पिछले कई दिनों से पूरा परिवार परेशान है। राज की बड़ी बहन काजल दो दिन पहले ही ट्रेन से इंदौर के लिए रवाना हुई है। वहीं पड़ोसियों ने कहा- राज जब भी घर आता था, अच्छे से बात करता था। कभी किसी लड़की से अफेयर के बारे में हमने नहीं सुना। सोनम भी कभी हमारे गांव नहीं आई थी, न ही उसका कोई जिक्र सुना था।

यूपी के गाजीपुर के ढाबे पर सोनम इस हाल में मिली (बाएं), अस्पताल में चेकअप के दौरान सोनम की तस्वीर (दाएं)।
आरोपी राज के दादा दरबारी सिंह ने बताया- उनके तीन बेटे थे, जिनमें से राम नजर की मौत हो चुकी है। राम नजर की तीन बेटियां- काजल, सोहनी और प्रिया और एक बेटा राज है। दूसरा बेटा भूपेंद्र सिंह नोएडा में नौकरी करता है, जबकि तीसरा बेटा नरेंद्र सिंह गांव में रहकर किसानी करता है।
एक मंजिला बिना प्लास्टर का मकान, टूटी चारपाई जब हम राज के गांव पहुंचे तो एक मंजिल का बिना प्लास्टर का मकान देखने को मिला। अंदर गए तो तीन कमरे और किचन बना हुआ था। घर में एक फ्रिज तक नहीं था। बेड की जगह टूटी चारपाइयां दिखीं। जिनपर दादा दरबारी सिंह और दादी राम लल्ली बैठे हुए दिखे। दादा ने बताया हमारे पास तो मोबाइल तक नहीं है।
4 भाई बहनों में इकलौता लड़का
परिजनों ने बताया- राज का परिवार साल पहले ही इंदौर शिफ्ट हो गया था। बड़े बेटे राम नगर के 4 बच्चे हैं। बड़ी बेटी काजल बचपन से ही गांव में रहकर पढ़ाई करती है। राज, उसकी मां और छोटी बेटियां सुहानी, प्रिया इंदौर में रहते हैं। राज 4 भाई बहनों में दूसरे नंबर पर है। उसी की कमाई से पूरा घर चलता है।
राज की बहन और मां ने क्या कहा था, पढ़िए-
बहन बोली- सोनम को दीदी कहता था राज राज की बहन सुहानी कुशवाह ने बताया- भाई को कौन फंसा रहा है, हमें नहीं मालूम। हत्या के पहले और बाद में भैया बिल्कुल नॉर्मल रहा। राजा रघुवंशी की हत्या का पता चला तब भैया बहुत रो रहे थे। मां से कहा था कि राजा का परिवार बुरी तरह परेशान है। राजा के अंतिम संस्कार में राज भैया शामिल हुए थे।
हमारा भाई ऐसा कर ही नहीं सकता। वह तो सोनम दीदी की सलामती के लिए घर के मंदिर में रोज दुआ करता था। रोता भी था, कहता था कि राजा भैया की तो लाश मिल गई, लेकिन दीदी कैसी होगी। वे राजा की शव यात्रा में भी गए थे। वहां से लौटकर दो घंटे तक रोए। बोले कि लुटेरों ने ऐसी हालत कर दी कि राजा का चेहरा भी नहीं देख पाया।
सोनम की शादी 11 मई को हुई थी। इसी दिन 11 मई 2020 को हमारे पिता जी रामनजर सिंह की ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई थी। इस कारण हम इस दिन को किसी भी तरह से सेलिब्रेट नहीं करते हैं। इसलिए राज उस दिन सोनम की शादी में नहीं गया था।

राज की मां एक ही रट लगाए हुए हैं कि मेरा बेटा बेगुनाह है, वो किसी को नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
राज की मां ने कहा- मेरा बच्चा कभी ऐसा काम नहीं कर सकता। वो मेरा इकलौता बेटा था। दो बेटियों में छोटी बेटी बार-बार बेहोश हो रही है। मैंने भी तीन दिन से पानी तक नहीं पिया। मेरे पति शांत हो गए, अब मेरे आगे पीछे कोई नहीं है। मेरा बेटा तो इतना भोला है कि जिसके भी पैर में जूते-चप्पल नहीं होते तो खुद अपने उतारकर दे देता था।
वह नंगे पैर घर आता तो मैं चिल्लाती थी। उसे कहती थी कि खाना नहीं दूंगी, चप्पल कहां से लाऊं, पैसे नहीं हैं मेरे पास। सोनम के भाई की फैक्ट्री में काम करता था, वहीं पर सोनम भी काम करती थी। अब दोनों एक जगह काम करते हैं तो बातचीत तो होती ही है। उसे झूठा फंसा दिया।
कैसे सोनम के करीब आया राज राज कुशवाह, सोनम के भाई की कंपनी में नौकरी करता था। करीब छह महीने से उसकी सोनम से नजदीकियां बढ़ रही थीं। इसी दौरान सोनम की शादी तय हो गई। इसके बाद सोनम और राज की मुलाकातें और भी बढ़ गईं। सोनम ने राज को आश्वस्त किया था- भले ही मैं राजा से शादी कर रही हूं, लेकिन तुम्हारी प्रेमिका बनकर रहूंगी। सोनम की शादी के दिन राज स्टेज पर रोने लगा था। परिवार को लगा कि वह कंपनी में काम करने के दौरान सोनम के काफी करीब रहा है, इसलिए भावुक हो गया।
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