पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में जिस समय लाइट गई उस समय कैंसर पेशेंट का ऑपरेशन हो रहा था।
पंजाब के पटियाला में प्रमुख सरकारी मेडिकल कॉलेज के राजिंदरा अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान बिजली चले जाने का मामला अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। अदालत ने बिजली सप्लाई देने वाली एजेंसी पंजाब स्टेट पॉवर कॉर्पोरशन लिमिटेड (PSPCL) से जवाब म
.
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने पूछा है कि कैसे एक सरकारी अस्पताल में 15 मिनट तक बिजली नहीं रही और क्या कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी? अब जब मामला हाईकोर्ट पहुंचा है, अदालत ने PSPCL और स्वास्थ्य विभाग से जवाब तलब किया है कि:
- इस तरह की लापरवाही कैसे हुई?
- क्यों अस्पताल जैसे संस्थान में बिजली की निर्बाध आपूर्ति नहीं थी?
- आपातकालीन बैकअप सिस्टम पूरी तरह फेल क्यों हुआ?
वीडियो में डॉक्टर ने कहा कि अगर पेशेंट को कुछ हो जाता तो किसी जिम्मेदारी होती।
यह मामला 24 जनवरी 2025 को सामने आया जब राजिंदरा अस्पताल में एक कैंसर मरीज की सर्जरी के दौरान बिजली चली गई। वेंटिलेटर मशीन बंद हो गई और डॉक्टरों ने इस गंभीर स्थिति का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया।
वीडियो में एक डॉक्टर ने ये कहा
वीडियो में डॉक्टर ने कहा था- “लाइट गए हुए 15 मिनट हो गए हैं। वेंटिलेटर बंद हो गया है। अगर पेशेंट को कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदार होगा?” वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन और सरकार पर सवाल उठने लगे और स्वास्थ्य मंत्री को सफाई देनी पड़ी थी।
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने सफाई देते हुए कहा था- बिजली थोड़ी देर के लिए ट्रिप हुई थी। लेकिन UPS और जनरेटर दोनों चालू थे।
अस्पताल में तीन हॉटलाइन कनेक्शन
मंत्री बलबीर सिंह ने तब जानकारी दी थी कि यंग जूनियर डॉक्टर घबरा गया और वीडियो बनाना शुरू कर दिया जबकि उसे प्रशासन को फोन करना चाहिए था। ऑपरेशन सामान्य रूप से पूरा हुआ और मरीज पूरी तरह सुरक्षित है। अस्पताल में तीन हॉटलाइन कनेक्शन मौजूद हैं और किसी प्रकार की तकनीकी कमी नहीं है।