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Kitchen Vastu Tips: रसोई को लेकर वास्तु शास्त्र के कई नियम देखने को मिलते हैं. इसी कड़ी में रसोई में रखे तवे से जुड़े कुछ नियम बताए गए हैं. सुखद जीवन के लिए इन नियमों को मानना बेहद जरूरी है. जानें सब…
घर मे तवा रखने के नियम
हाइलाइट्स
- तवे को ठंडा करके ही धोएं, नहीं तो नकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी
- पहली रोटी गाय या कुत्ते के लिए निकालें, इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं
- तवे को कभी उलटा न रखें, इससे धन संबंधी समस्या हो सकती है
उज्जैन. हिंदू धर्म में रसोईघर के लिए कई नियम बताए गए हैं. जिनका पालन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है. रसोई से घर की ऊर्जा का प्रवाह होता है, क्योंकि यहां हम भोजन बनाते हैं. परिवार के सभी सदस्य भोजन करते हैं, जो हमारे मन और मस्तिष्क पर प्रभाव डालता है. इसलिए रसोई की प्रत्येक वास्तु का ठीक होना बहुत जरूरी है. अगर वास्तु ठीक होगा तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा. उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज ने रसोईघर में रोटी के तवे को लेकर बेहद खास बताई.
जानिए तवे से जुड़े ये 5 वास्तु नियम:
1. बहुत सारे लोग खाना बनाने के बाद तवे को गैस पर ही छोड़ देते हैं. ऐसा करने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है. इसके बजाय तवे को पहले सामान्य रूप से ठंडा होने दें. इसके बाद उसे धोकर किसी स्टैंड या रसोई की दीवार के किनारे खड़ा कर दें.
2. शास्त्रों के अनुसार, राहु का संबंध तवे से और चंद्रमा का संबंध जल से है. ये एक-दूसरे के शत्रु ग्रह हैं. जब गर्म तवे पर पानी डाला जाता है तो ये टकराव नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ा देता है. इससे घर में बीमारियों और मानसिक तनाव का वास हो सकता है, इसलिए हमेशा तवे को ठंडा करके ही धोना चाहिए.
3. सुबह-शाम भोजन बनाते समय पहली रोटी गाय या कुत्ते के लिए निकालनी चाहिए. ऐसा करना बहुत शुभ माना जाता है. इससे मां लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती हैं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इससे आपको आर्थिक हानि उठानी पड़ सकती है.
4. बहुत सारे लोग रोटी बनाने के बाद तवे को गैस पर ही छोड़ देते हैं, जो कि वास्तु के अनुसार उचित नहीं है. तवे को ठंडा होने के लिए किसी स्टैंड पर रखें और बाद में अच्छे से धोकर सुखा कर ही हमेशा रखना चाहिए.
5. ध्यान रखें, तवे को कभी उलटा नहीं रखना चाहिए. इससे धन संबंधी समस्या शुरू हो सकती है. साथ ही इसे ऐसी जगह रखें जहां उस पर किसी बाहरी की नजर न पड़े.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.