वक्फ संशोधन बिल आज लोकसभा में प्रश्नकाल के बाद दोपहर 12 बजे पेश किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय निर्धारित किया है। एनडीए को बहस के दौरान 4 घंटे 40 मिनट का समय मिला है, जबकि शेष समय विपक्षी दलों के पास रहेगा
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सांसदों को व्हिप जारी
जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने अपने सांसदों को निर्देश जारी किया है कि वे 2 से 4 अप्रैल तक संसद में उपस्थित रहें। वक्फ बिल का समर्थन करें। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने भी अपने सांसदों को व्हिप जारी कर समर्थन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने सांसदों को बिल का विरोध करने के लिए सदन में उपस्थित रहने का आदेश दिया है।
JDU MLC ने किया विरोध
JDU के मुस्लिम नेता, पार्टी के आधिकारिक रुख के खिलाफ नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी और JDU के MLC गुलाम गौस ने वक्फ संशोधन बिल का विरोध करते हुए इसे किसान बिल की तरह वापस लेने की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने इस बिल का समर्थन करते हुए इसे आवश्यक बताया। उन्होंने कहा, “जैसे धारा 370 को हटाने के समय सवाल उठे थे, लेकिन अब लोग इसे समझ चुके हैं। तीन तलाक को भी मुस्लिम विरोधी बताया गया था, लेकिन आज मुस्लिम महिलाएं सशक्त हुई हैं। ठीक वैसे ही वक्फ बिल लाया जा रहा है।”
नीतीश कुमार पिछले 19 साल से कर रहे हैं काम
JDU सांसद संजय झा ने कहा, “नीतीश कुमार पिछले 19 सालों से बिहार में मुस्लिम समुदाय के लिए कार्य कर रहे हैं। 2013 में भी वक्फ विधेयक में संशोधन हुआ था, तब भी हमारी पार्टी ने कहा था कि इसे पूर्वव्यापी प्रभाव से लागू नहीं किया जाना चाहिए। हमें उम्मीद है कि सरकार इस पर विचार करेगी।”
JDU सांसद देवेश चंद ठाकुर ने कहा कि, “हमारा स्टैंड एनडीए के स्टैंड के अनुसार होगा और हम वक्फ बिल का समर्थन करेंगे।”
राजद का विरोध, तेजस्वी यादव का तीखा बयान
26 मार्च को पटना के गर्दनीबाग में मुस्लिम संगठनों के प्रदर्शन को RJD का समर्थन मिला। प्रदर्शन स्थल पर लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी पहुंचे। लालू यादव ने कहा, “यह बिल गलत है। सरकार को इसे देखना चाहिए और हम इसके विरोध में हैं।”
तेजस्वी यादव ने इसे “नागपुरिया कानून” करार देते हुए कहा कि, “हम इसे किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे। यह देश को तोड़ने की साजिश है। हम इस लड़ाई में मजबूती से खड़े हैं।”
विपक्षी सांसदों की प्रतिक्रिया
राजद सांसद मीसा भारती ने कहा, “हमें न्यूज़ चैनलों से पता चला कि यह बिल पेश किया जाएगा। हमारा रुख शुरू से स्पष्ट है, हम इसका विरोध कर रहे हैं। सरकार को अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए।”
JDU और TDP के सुझाव को स्वीकार किया गया
- सरकार ने JDU और TDP के तीन प्रमुख सुझावों को स्वीकार कर लिया है:
- कानून को पिछली तारीख से लागू नहीं किया जाएगा।
- पुरानी मस्जिदों, दरगाहों और अन्य धार्मिक स्थलों से छेड़छाड़ नहीं होगी।
- भूमि राज्यों का विषय है, इसलिए इस पर राज्यों की स्पष्ट राय ली जाएगी।