वृंंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज के पास लोग अपनी कई समस्याओं का हल जानने के लिए जाते हैं. मन की उलझन हो, कोई सवान मन में अटक गया हो या परेशान कर रहा हो, भगवद प्राप्ति कैसे कर सकते हैं, जैसे कई सवालों के जवाब प्रेमानंद महाराज बड़ी ही सहजता के साथ देते हैं. जो लोगों को अच्छा लगता है और उसका अनुसरण करने की कोशिश करते हैं. ऐसे ही एक युवती ने प्रेमानंद जी महाराज से पूछा कि शादी के लिए सही पति कैसे चुन सकते हैं? वहीं एक दूसरे युवक ने सवाल किया कि शादी से पहले जीवनसाथी से कौन से प्रश्न करने सही हैं? प्रेमानंद महाराज ने दोनों ही प्रश्नों का ऐसा उत्तर दिया कि दोनों व्यक्ति के मन की उलझन सुलझ गई.
शादी के लिए सही पति कैसे चुनें?
हम अपवित्र हों और पवित्र पति की कामना, असंभव
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि यदि हम अपवित्र रहेंगे और पवित्र पति की कामना करें, तो यह असंभव है. उन्होंने रामायण के प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि सीता जी मां गौरी की पूजा करती हैं और उनसे कहती हैं कि आप हमें हमारे योग्य वर दीजिए. जिस दिन सीता जी को राम जी के दर्शन हुए तो फिर अंबा जी की पूजा करने गईं, तो अंबा जी प्रसन्न होकर कहती हैं कि जाओ तुमने जैसा वर सोचा था और आज जिसको देखा है, वहीं सांवले सलोने तुम्हारे दुल्हा होंगे.
प्रेमानंद महाराज ने कहा कि भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा से सुंदर वर की प्राप्ति होती है. मां गौरी और शिव कृपा के लिए सोमवार का व्रत रखो. भगवान से कहो कि आप मुझे सुंदर, सुशील और पवित्र वर दो. सृष्टि में वो कहीं न कहीं से मिला देंगे.
शादी से पहले लाइफ पार्टनर से कौन से सवाल करने चाहिए?
एक युवक ने प्रेमानंद महाराज से पूछा कि शादी से पहले अपने जीवनसाथी से ऐसे कौन से सवाल पूछने चाहिए ताकि पता चल जाए कि वह हमारे अनुकूल है या नहीं? इस सवाल पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि सवाल पूछने से क्या होगा? तुम जो सवाल पूछो और उसका गलत उत्तर दे दे तो क्या आप मान लोगे.
प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि जब आपने हाथ पकड़ लिया और जीवनसाथी बन गए तो फिर दूसरे की तरफ नहीं देखना. स्वयं को उसके प्रति समर्पित कर देना चाहिए. पति और पत्नी आपस में प्रेम रखें. भगवान की कृपा से ही आपको अच्छा जीवनसाथी प्राप्त होगा.