जिस खाई में राजा का शव मिला। वहां पर करीब 4 फीट ऊंची रैलिंग है।
मेघालय के शिलांग-चेरापूंजी में हनीमून मनाने गए इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी का शव 2 जून को खाई में मिला था। राजा रघुवंशी का शव जिस जगह मिला वहां का पूरा वीडियो भाई विपिन ने दैनिक भास्कर से शेयर किया है। इसमें उन्होंने बताया कि रैलिंग करीब चार फीट ऊं
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दोनों वहां हनीमून मनाने गए थे, आराम से घूम रहे थे। आपस में कोई विवाद भी नहीं था, इसलिए जानबूझकर राजा वहां नहीं कूदा। उसे मारकर फेंका है, ताकि किसी को कुछ पता न चल सके।
विपिन ने वहां 10 दिनों तक हुई सर्चिंग के बारे में दैनिक भास्कर से विस्तार से चर्चा की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
शिलांग से 80 KM दूरी सोरा पहाड़ी इलाका है। यहां घने जंगल है।
राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई। 20 मई को हनीमून के लिए शिलांग के लिए रवाना हुए। पहले उन्होंने गुवाहाटी में मां कामाख्या के दर्शन किए। यहां से 23 मई को मेघालय के शिलांग रवाना हुए। शुरुआत में परिवार की दोनों से बात होती रही, फिर संपर्क टूट गया।
24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। विपिन ने बताया कि मैं और सोनम के भाई गोविंद 25 मई को इंदौर से कार से भोपाल गए। वहां से फ्लाइट से दिल्ली और फिर गुवाहटी पहुंचे। यहां से कार से शिलांग पहुंचे। फिर टैक्सी से सोरा गए। हमने वहां पहुंचते ही सर्चिंग शुरू कर दी।
यहां मोपेड किराए पर देने वाला अनिल नाम का व्यक्ति मिला। वह उस स्पॉट पर ले गया, जहां राजा की किराए की मोपेड मिली थी। इसके बाद उसी मोपेड से सोरा थाने पहुंचे। यहां 8 पुलिसवाले ही हैं। उनके पास हथियार भी नहीं। इनमें से एक ने भी हमारी बात नहीं सुनी। हमें नसीहत दी कि और ढूंढिए, मिल जाएंगे।
हम अगले दिन सुबह से फिर सोनम की तलाश में जुट गए। कुछ लोगों को फोटो दिखाए। पूछताछ करते-करते सोरा की होटल तक पहुंचे। होटल के मैनेजर ने बताया कि दोनों सुबह 5.30 बजे चेक आउट कर चले गए। हमें यहीं शक हुआ कि कोई कपल कहीं घूमने आया है और उसकी नई शादी हुई है, वह सुबह 5.30 कैसे चेकआउट कर सकता है।

राजा और उनकी पत्नी सोनम शिलांग के होटल के सीसीटीवी फुटेज में देखे गए।
सर्चिंग के नाम पर पूछताछ कर रही थी पुलिस राजा के भाई ने आगे बताया कि होटल के बाद हम सोरा थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय शिकायती आवेदन ले लिया। सर्चिंग के नाम पर कुछ लोगों से पूछताछ कर रही थी। हमें यहां के दुकानदारों ने अलर्ट कर दिया था। शिलांग में किसी तरह का खतरा नहीं लेकिन सोरा में रुकना खतरे से खाली भी नहीं।
दरअसल, शिलांग से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर सोरा एक ग्रामीण इलाका है। यहां के लोग पहाड़ियों में रहते हैं। इसी रास्ते से पर्यटक डबल डेकर ब्रिज के लिए जाते हैं। यहां करीब 4 हजार सीढ़ियां उतरकर होटलें हैं। जहां सुरक्षा के नाम पर गार्ड है ना पुलिस। यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं।

सीएम और सांसद की मदद के बाद आई तेजी 2 दिन बाद जब डाॅ. सीएम मोहन यादव और सांसद शंकर लालवानी के साथ प्रदेश की तरफ से मेघालय सरकार से बात की गई तो वहां सर्चिंग और अन्य चीजों में मदद मिली। शिलांग से कुछ अफसर आए।
वे डबल डेकर में उस होटल तक गए जहां पर वह रुके थे। फिर दो दिन तक गाड़ी के 5 किलोमीटर के क्षेत्र की लोकेशन पर तलाशी करते रहे। इसी दौरान कुछ रिकार्डिंग जो सोनम से बातचीत की थी। वह पुलिस को सुनाई तो कॉफी वाले और गाइड की जानकारी मिली।

सर्चिंग टीम को लाल और नीले रंग की एक जैकेट मिली है। इस पर खून के निशान थे।
कर्मचारी, गाइड और चाय-कॉफी वाले से की पूछताछ राजा के भाई विपिन ने बताया कि डेढ़ बजे से करीब सवा दो बजे के बीच दोपहर में मोबाइल बंद हुआ। इस मामले में डबल डेकर में होटल कर्मचारी ने सुबह-सुबह होटल छोड़ने की बात कही।
उसकी बातों को लेकर शुरुआत से शंका थी। वही गाइड और फिर चाय कॉफी वाला इन तीन लोगों से विपिन और गोविंद को वहां की पुलिस ने बात ही नहीं करने दी। उन्हें सामान्य तौर पर पूछताछ करते हुए जाने दिया। जबकि उनकी बातों से उन पर शुरुआत से ही शंका सी लग रही थी।
80 फीसदी लोग आसपास से आते हैं घूमने विपिन ने बताया कि शिलांग में कई लोगों से बात की। उनके मुताबिक सोरा में लोकल गैंग ही वारदातें करती हैं। शिलांग और सोरा व आसपास के इलाकों में 80 प्रतिशत पर्यटक आसपास के प्रदेश और शहरों से आते हैं। उनके साथ कभी वारदात नहीं होती है। जबकि मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब और विदेशों से आने वाले पर्यटक ही अधिकतर वहां हादसे का शिकार हुए हैं।
उनके साथ लूटपाट भी होती है लेकिन वह शिकायत नहीं करते हुए सीधे निकल जाते हैं। यहां की पुलिस उनकी सुनवाई नहीं करती। उन्हें भी शिलांग के लोगों ने सोरा में रूकने से मना कर दिया था। इसलिए शिलांग से हर दिन टैक्सी लेकर आना-जाना करते हैं।

जिस स्पॉट से गिरा, वहां गिरना संभव नहीं विपिन ने बताया कि उन्होंने उस स्पॉट का वीडियो भी बनाया। जहां से पुलिस राजा के गिरने की बात कर रही है। वहां इतनी ऊंची रैलिंग लगी है कि धक्के से भी गिरना मुमकिन नहीं है।
जरूर उसे वहां से फेंका गया और वह गाड़ी मिलने वाली जगह से करीब 25 किलोमीटर दूर है। वहां के स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि यहां से मानव तस्करी जैसे बातें आम है। परिवार भी सोनम को लेकर इस पर आशंका व्यक्त कर चुका है। उन्होंने बताया कि गाड़ी का ट्रैकिंग रिकाॅर्ड भी कुछ ओर ही कह रहा है।
मोपेड का जीपीएस बता रहा है कि उस स्पीड से वहां के लोकल लोग भी गाड़ी नहीं चलाते हैं। पुलिस इस तरफ ध्यान ही नहीं दे रही है।
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CCTV में सोनम लाल और नीले रंग का जैकेट उतारती नजर आईं। ऐसी ही जैकेट पुलिस को खाई में मिली थी।
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम का शिलॉन्ग से एक नया CCTV फुटेज सामने आया है। यह वीडियो 22 मई का बताया जा रहा है। वीडियो में दोनों एक मोपेड से होटल पहुंचते नजर आ रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें…