बिजली तारों का प्रतीकात्मक फोटो।
हरियाणा के सोनीपत में पावर ग्रिड नरेला ट्रांसमिशन की परियोजना में चोरी की बड़ी वारदात सामने आई है। चोरों ने रात के समय कई टावरों पर खींचा गया करीब 1500 मीटर लंबा बिजली का तार चुरा लिया। चोरी किए गए तार की कीमत लगभग 4.75 लाख रुपए है। पुलिस ने केस दर्ज
.
कुंडली थाना पुलिस को दी शिकायत में ट्रांसरेल लाइटिंग लिमिटेड के कर्मचारी दीपक चंद्र ने बताया कि बिंदरौली गांव में कंपनी की ओर से लोकेशन नंबर 18/0 से 19/0 के बीच तार खींचने का काम चल रहा था। कल शाम तक सब ठीक था। आज सुबह कार्यस्थल पर पहुंचने पर लोकेशन नंबर 18/2 से 18/3 के बीच का तार गायब मिला।
उसने पुलिस को बताया कि इस सेक्शन में 5 टावर लगाए गए हैं। लोकेशन 18/2 से 18/3 के बीच की दूरी 396 मीटर है। एक फेज में 396 मीटर के 6 तार लगते हैं। चोरों ने कुल 1500 मीटर तार चुरा लिया। कंपनी के प्रतिनिधि ने पुलिस चौकी बारोटा में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने ASI सतपाल सिंह के नेतृत्व में मामले की जांच शुरू कर दी है। धारा 303 BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। कांस्टेबल राजीव को जांच सौंपी गई है। पुलिस टीम घटनास्थल का मुआयना कर चुकी है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, क्षेत्र में बिजली के तार और सामान की चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। ये चोरियां कंपनियों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रही हैं। विकास कार्यों में भी बाधा आ रही है।