Sunday, June 15, 2025
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हनीमून में मर्डर का रिवर्स इन्वेस्टिगेशन: पति का वजन नापना, सोने की चेन पहनाना और फ्लाइट बुकिंग; माइग्रेन पीड़ित सोनम के दिमाग में क्या था – Madhya Pradesh News


इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी के मर्डर का मास्टरमाइंड राज कुशवाह और उसकी पार्टनर सोनम है। मेघालय पुलिस के मुताबिक राज ने हत्या की प्लानिंग की थी और इसे एग्जिक्यूट सोनम ने किया था। सोनम ने राजा से जो भी करने के लिए कहा था उसे राजा ने पूरी

.

उसने राजा से कहा कि वह सोने की चेन और अंगूठी पहनकर आए। राजा ने वैसा ही किया। इसके बाद गुवाहाटी से शिलॉन्ग चलने के लिए कहा। शिलॉन्ग में भी ऐसी जगह घूमने गए जहां अमूमन बेहद कम पर्यटक जाते हैं। राजा को सेल्फी पॉइंट ले जाकर वहां उसकी बेरहमी से हत्या करवा दी। संडे स्टोरी में पढ़िए आखिर सोनम ने राजा के कत्ल के लिए अपने हनीमून रूट को कैसे प्लान किया?

20 मई को राजा और सोनम अपने-अपने घर से एयरपोर्ट पहुंचे राजा अपने घर से सुबह 7 बजे अकेला एयरपोर्ट के लिए निकला। राजा के घर से इंदौर एयरपोर्ट की दूरी 14 किलोमीटर है। उधर, सोनम भी इंदौर में अपने मायके से एयरपोर्ट के लिए निकली। राजा के बड़े भाई विपिन रघुवंशी ने बताते हैं कि सोनम शादी के बाद केवल दो दिन हमारे घर रही।

इस बीच राजा और सोनम की कितनी नजदीकियां रहीं, ये कहना मुश्किल है। इस संबंध में राजा ने न तो परिवार को और न ही दोस्तों को कुछ बताया था। विपिन कहते हैं कि जब अचानक ही गुवाहाटी जाना तय हुआ, तो एक बार के लिए हैरानी हुई थी। मगर, छोटे भाई की इच्छा के आगे हम लोगों ने ज्यादा कुछ कहा नहीं।

राजा ने मुझे एयरपोर्ट छोड़ने के लिए भी नहीं कहा, शायद उसे सोनम ने कहा होगा कि तुम अकेले आना। राजा घर से बोलकर निकला था कि वह कामाख्या दर्शन के बाद लौट आएगा, लेकिन वह शिलॉन्ग जाएगा इसका हम लोगों को अंदाजा नहीं था।

हत्यारे एक दिन पहले गुवाहाटी पहुंचे: पुलिस के मुताबिक 20 मई को राजा और सोनम के गुवाहटी पहुंचने से पहले ही विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी यहां पहुंच गए थे। वे यहां एक लॉज में ठहरे थे।

गुवाहटी से राजा और सोनम शिलॉन्ग के बालाजी गेस्ट हाउस में आए। उन्होंने रात यहीं बिताई। यहां से उन्होंने ये प्लान किया कि वे अगले दिन शिलन्ग घूमने जाएंगे। भास्कर ने बालाजी गेस्ट हाउस पहुंचकर जब उनके आने-जाने की टाइमिंग की जानकारी पूछनी चाहिए तो गेस्ट हाउस संचालक नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि मीडिया में बार–बार हमारे गेस्ट हाउस का नाम आने से हम बदनाम हो गए। हमारे यहां अब कोई ठहरना नहीं चाहता।

राजा ने कभी सोनम से ये सवाल ही नहीं किया कि वह वापस कब जाएंगे? सोनम राजा को यह कहती रही कि ये सरप्राइज है कि हम कहां जाएंगे। उसने सब प्लान कर लिया है। राजा को ये पता ही नहीं था कि उनकी वापसी की फ्लाइट कब है? सोनम जैसा कहती, राजा उस पर हामी भर देता था। सोनम राजा के सरल मिजाज से वाकिफ थी। वह जानती थी कि राजा उसके कहने पर कहीं भी चलने से इनकार नहीं करेगा।

राजा के बड़े भाई विपिन कहते हैं कि राजा ग्रेजुएशन के फर्स्ट ईयर तक ही पढ़ा था। उसे भी शिलॉन्ग की बहुत जानकारी नहीं थी। विपिन कहते हैं कि राजा का फोन बंद होने के बाद उसे ढूंढने के लिए गुवाहटी पहुंचने के दौरान मैंने खुद पहली बार हवाई यात्रा की।

हत्यारे भी शिलॉन्ग पहुंचे: पुलिस जांच में ये भी पता चला है कि जब राजा और सोनम यहां बालाजी गेस्ट हाउस में पहुंचे तो विशाल, आकाश और आनंद भी शिलॉन्ग पहुंच गए। अगले दिन जब राजा और सोनम ने स्कूटी से सोहरा जाने का प्लान किया तो आकाश और आनंद ने भी दो अलग-अलग स्कूटी किराए पर ले ली।

दूसरे दिन सोनम और राज ने शिलॉन्ग से स्कूटी ली और सीधे सोहरा पहुंच गए। वहां एक होटल में उन्होंने सामान रखा और घूमने के बहाने स्कूटी से नीचे के रास्ते में चले गए। लोकल गाइड वानसाई ने बताया कि जब वे यहां पहुंचे थे, तब दोपहर के 3 बजे थे। ये एक दुर्गम इलाका है। हमने उन्हें कहा कि इस वक्त देर हो चुकी है, नीचे जाना ठीक नहीं है।

वो नहीं माने और उन्हें नोंग्रियाट गांव के शिपारा होम स्टे तक छोड़ा​​।​​​​​ वानसाई ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि मुझे खासी और अंग्रेजी आती है। नीचे सीढ़ियां उतरने के दौरान राजा ने उनसे बात नहीं की। राजा अंग्रेजी नहीं जानता था। ज्यादातर समय सोनम ने ही अंग्रेजी में मुझसे बात की। शाम करीब 5.30 बजे हमने उन्हें शिपारा होम स्टे पहुंचा दिया।

होम स्टे के संचालक सियंती सोखलत ने पुलिस को बताया कि 22 मई की शाम को दो मेहमान आए थे। शाम हो चुकी थी। मैंने उन्हें कमरा दिखाया तो उन्होंने ठहरने के लिए हां कर दी। उन्होंने 1300 रुपए का भुगतान किया। 1 हजार रुपए रुम चार्ज और 300 रुपए डिनर के। इसी दौरान उनसे वानसाई ने पूछा कि क्या सुबह फिर उन्हें ऊपर आने के लिए गाइड की जरूरत होगी?

उन्होंने कहा कि अब हमें गाइड की जरूरत नहीं है। रास्ता देख लिया है। रजिस्टर में दस्तखत के बाद वे अपने कमरे में चले गए। अंधेरा होने वाला था। अपने कमरे में ताला लगाकर वे लिविंग रुट ब्रिज की ओर चले गए। वापस लौटे तो रात हो चुकी थी। हमने उनका खाना उनके कमरे में पहुंचा दिया।

होम स्टे से सोनम और राजा सुबह 5.30 बजे चेकआउट हो गए। सुबह 6 बजे उन्होंने चढ़ाई शुरू की। दूसरे गाइड अल्बर्ट ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे होंगे, वे आधी सीढ़ियां चढ़ चुके थे। उन्हें इसलिए पहचान पाया क्योंकि एक दिन पहले उसने उन्हें देखा था। अल्बर्ट ने ये भी बताया कि जब वे सीढ़ियां चढ़ रहे थे तो राजा के साथ 2 और लड़के चल रहे थे।

वे आपस में हिन्दी में बात कर रहे थे।जबकि सोनम उनके पीछे चल रही थी। अल्बर्ट कहते हैं कि तो तब पता चला जब कई दिनों बाद मोबाइल में खबर आई कि यहां घूमने आए कपल मिसिंग हो गए हैं। तब मुझे याद आया कि ये तो मुझे भी मिले थे। दोपहर 2 बजे नोंग्रियाट से ऊपर आकर यहां की पार्किंग से उन्होंने अपनी स्कूटी ली और वाइसाडेम आ गए।

पुलिस का तर्क है कि विशाल, आकाश और आनंद भी अपनी–अपनी गाड़ियों से इस कपल के साथ हो लिए। सोनम के प्लान के मुताबिक यहां से करीब 10 किलोमीटर ऊपर की ओर वाइसाडेम में एक सेल्फी पाइंट बना हुआ है। यहां पार्किंग में उन्होंने गाड़ी पार्क की।

इसी स्कूटी को लेकर राजा-सोनम सोहरा पहुंचे थे।

इसी स्कूटी को लेकर राजा-सोनम सोहरा पहुंचे थे।

सेल्फी लेने के बहाने बुलाया और सांसें छीन ली राजा और सोनम के साथ विशाल और आकाश भी मेन रोड से करीब 200 मीटर अंदर की ओर बने सेल्फी पाइंट पर पहुंचे। सड़क से दूर जाने में उन्हें बमुश्किल 5 मिनट लगे। उधर, प्लान के मुताबिक आनंद स्कूटी सहित मेन रोड पर ठहरा रहा, ताकि वह बता सके कि वहां कोई आ-जा तो नहीं रहा है।

जैसे ही सेल्फी पाइंट पर पहुंचे, यहां सोनम के इशारे पर विशाल चौहान ने राजा के सिर के पिछले हिस्से में डाव से वार कर दिया। इसके बाद एक और वार किया। जब ये कंफर्म हो गया कि राजा मर चुका है। तीनों ने 4 फीट ऊंची लोहे की जालियों से उठाकर उसे नीचे खाई में फेंक दिया। 18 मिनट में राजा की हत्या के बाद उसकी लाश खाई में फेंकी जा चुकी थी।

यहां से आकाश और सोनम एक ही स्कूटी से निकले। विशाल अपने दूसरे साथी आनंद के साथ निकला। सोहरा से 15 किलोमीटर दूर सोहरारिम गांव में आकाश ने स्कूटी में चाबी लगाकर उसे सड़क किनारे खड़ी कर दी। यहां से सोनम टैक्सी से शिलॉन्ग के पुलिस बाजार पहुंची। आकाश अपने दोनों साथियों विशाल और आनंद के साथ हो लिया। सोनम अलग रूट से गुवाहटी पहुंची और बाकी आरोपी अलग रुट से।

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