बूंदी में बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बूंदी में जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा के निर्देश पर बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि वर्मा ने बैठक की अध्यक्षता की।
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बैठक में जिले में बाल विवाह रोकने के लिए चल रहे अभियानों की समीक्षा की गई। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने सभी विभागों को समन्वित प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीण स्तर पर जनजागरूकता कार्यक्रम चलाने पर जोर दिया।
सहायक निदेशक बाल अधिकारिता हुकम चंद जाजोरिया ने अधिकारियों को उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बाल विवाह की सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई करनी होगी।
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक भैरू प्रकाश नागर ने बताया कि विभाग बाल विवाह रोकने के लिए कई योजनाएं चला रहा है। उन्होंने किशोरियों को शिक्षा और कौशल से जोड़ने पर बल दिया।
एक्शन एड के जिला समन्वयक जहीर आलम ने ब्लॉक और पंचायत स्तर पर हुई कार्यशालाओं की जानकारी दी। उन्होंने मिशन वीआईपी के तहत बच्चों की सुरक्षा और बालिका सशक्तिकरण की योजनाओं के बारे में बताया। सभी अधिकारियों ने बाल विवाह रोकने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने का आश्वासन दिया।
बैठक में उपखंड अधिकारी बूंदी लक्ष्मीकांत मीणा, उपखंड अधिकारी हिंडोली शिवराज मीणा, एसडीएम के.पाटन ऋतुराज शर्मा, एसडीएम तालेड़ा मनस्वी नरेश, पुलिस उपाधीक्षक ओम प्रकाश, बाल कल्याण समिति सदस्य रोहित गुदडावत, उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास विभाग ऋचा चतुर्वेदी, सहायक निदेशक शिक्षा विभाग धनराज मीणा, समस्त तहसीलदार, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी पुष्पेंद्र कुमार जागा, प्रभावी ज़िला बाल विवाह नियंत्रण कक्ष सत्यवान शर्मा, संरक्षण अधिकारी गोविंद कुमार गौतम, कनिष्ठ सहायक सरफराज आलम, ओ डब्लू जिला बाल संरक्षण इकाई दीपिका वशिष्ठ, चाइल्ड हेल्पलाइन से रामनारायण गुर्जर, रवि प्रजापत, राधा सुमन, मनजीत कौर आदि संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।