विनय नरवाल और हिमांशी की 16 अप्रैल को मसूरी में शादी हुई थी।
हरियाणा में करनाल के रहने वाले लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह अपनी पत्नी हिमांशी नरवाल के साथ हनीमून मनाने के लिए गए थे। शादी के लिए वह 40 दिन की छुट्टी लेकर घर आए थे।
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8 दिन पहले 16 अप्रैल को उनकी मसूरी में डेस्टिनेशन वेडिंग हुई थी। 19 अप्रैल को करनाल में रिसेप्शन हुआ। उनका यूरोप में हनीमून का प्लान था, लेकिन वीजा नहीं लगा। इसके बाद दोनों 21 तारीख को जम्मू कश्मीर के लिए निकल गए। 1 मई को विनय का बर्थडे है। परिवार के लोगों ने पार्टी प्लान की थी। 3 मई को उन्हें पत्नी के साथ कोच्चि लौटना था। विनय नरवाल की पढ़ाई कहां हुई, नेवी में सिलेक्शन से लेकर उनकी शादी की पूरी कहारी पढ़िए…
ये तस्वीर जम्मू कश्मीर के पहलगाम की है। इसमें विनय नरवाल की डेडबॉडी के पास उनकी पत्नी हिमांशी बैठी हुई हैं।
करनाल में स्कूलिंग, दिल्ली में बीटेक की विनय नरवाल मूल रूप से करनाल के भुसली गांव के रहने वाले हैं, लेकिन 15 साल से उनका परिवार सेक्टर-7 में रह रहा है। उनकी स्कूलिंग करनाल के संत कबीर स्कूल में हुई। दिल्ली से उन्होंने बीटेक की। स्कूल टाइम में ही वह कंबाइंड डिफेंस सर्विसेज (CDS) की तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनका सिलेक्शन नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (SSB) की तैयारी करनी शुरू कर दी। 3 साल पहले उनका चयन नेवी में हो गया।
कोच्चि में ड्यूटी, पिता कस्टम विभाग में सुपरिंडेंटेंड विनय की ड्यूटी केरल के कोच्चि में थी। पिता राजेश कुमार कस्टम विभाग में सुपरिंटेंडेंट के पद पर कार्यरत हैं। उनकी ड्यूटी पानीपत में है। दादा हवा सिंह 2004 में हरियाणा पुलिस से रिटायर हुए थे। मां आशा देवी और दादी बीरू देवी गृहिणी हैं। विनय की छोटी बहन सृष्टि दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रही हैं।
2 महीने पहले रिश्ता हुआ, हिमांशी PHD कर रहीं उनका 2 महीने पहले गुरुग्राम की हिमांशी के साथ रिश्ता पक्का हुआ था। हिमांशी PHD कर रही हैं और साथ ही बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाती हैं। हिमांशी के पिता सुनील कुमार गुरुग्राम में एक्साइज एंड टैक्सेशन ऑफिसर (ETO) हैं। 28 मार्च को विनय शादी के लिए छुट्टी लेकर आए थे। 16 अप्रैल को मसूरी में उनकी शादी हुई। 19 तारीख को करनाल में रिसेप्शन पार्टी रखी गई थी।
यूरोप का वीजा कैंसिल हुआ को कश्मीर गए शादी के बाद उनका यूरोप में हनीमून का प्लान था। वीजा न लगने के कारण ये कैंसिल हो गया। इसके बाद 21 अप्रैल को दोनों जम्मू कश्मीर के लिए निकल गए। 22 अप्रैल को, पहलगाम में वे होटल में ठहरे हुए थे। खाना खाने के बाद, वे नीचे डेस्टिनेशन पॉइंट पर घूमने के लिए गए थे। उसी दौरान आतंकी हमला हो गया।
1 मई को जन्मदिन, परिवार पार्टी की तैयारी कर रहा था परिवार के सदस्य अमित ने बताया कि 1 मई को विनय का जन्मदिन था। परिवार के सदस्यों ने सोचा था कि हनीमून से लौटने के बाद विनय के लिए एक बड़ी पार्टी रखी जाएगी। 3 मई को विनय को हिमांशी के साथ कोच्चि लौटना था। वहां उन्होंने रेस्ट हाउस भी बुक करा लिया था।
दादा हवा सिंह की 2 अहम बातें….
1. परिवार शुरू से आर्मी से जुड़ा हुआ विनय के दादा हवा सिंह ने कहा, “हमारा परिवार शुरू से ही आर्मी से जुड़ा रहा है। मेरे ताऊजी भी आर्मी में थे। विनय के नाना के भाई भी आर्मी में रहे और उन्होंने अंग्रेजों के साथ भी लड़ाई लड़ी। मेरा भतीजा भी आर्मी में है। मैं खुद पहले BSF में था। वहां से रिटायर होने के बाद मैंने हरियाणा पुलिस जॉइन की और अब पुलिस से भी रिटायर हो चुका हूं।”
2. जाते हुए कहा था- दादा जी मीठा मत खाना दादा जी ने बताया, “मैं शुगर का मरीज हूं। जाते समय विनय और हिमांशी ने मुझसे कहा था दादा जी ज्यादा मीठा मत खाना। 28 मार्च को विनय छुट्टी पर आए थे। 4 अप्रैल को उनकी सगाई हुई थी। 16 अप्रैल को मसूरी में उनकी डेस्टिनेशन वेडिंग हुई। 19 अप्रैल को रिसेप्शन हुआ। 20 अप्रैल को वे हिमांशी के साथ गुरुग्राम में ससुराल गए। वहीं से उन्होंने फ्लाइट लेकर जम्मू-कश्मीर घूमने के लिए यात्रा शुरू की।
विनय और हिमांशी नरवाल की तस्वीरें…
वरमाला के बाद फोटो खिंचवाते विनय नरवाल और हिमांशी नरवाल।
ये तस्वीर रिसेप्शन पार्टी की है। इसमें विनय और हिमांशी स्टेज की तरफ जाते दिख रहे हैं।
ये तस्वीर 19 अप्रैल की है। करनाल में विनय और हिमांशी नरवाल की रिसेप्शन पार्टी हुई थी।
इस तस्वीर में विनय अपने दादा हवा सिंह और चाचा के साथ हैं।