कुर्सी पर बैठे सचिन गुप्ता से हाथ मिलाते शहर विधायक निर्मल सिंह
हरियाणा के अंबाला में नगर निगम कमिश्नर द्वारा शहर विधायक के बेज्जती करने का मामला सामने आया है। जहां शहर विधायक लोगों की समस्याएं लेकर नगर निगम के कमिश्नर के पास पहुंचे थे तो कमिश्नर ने न तो उनका स्वागत किया और ना ही उनका सम्मान किया। आप तो यह भी है
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दरअसल कल कांग्रेस से शहर विधायक निर्मल सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को लेकर नगर निगम के कमिश्नर के पास पहुंचे थे। आप है कि पूर्व में दी गई सूचना के बाद भी कमिश्नर उनको रिसीव करने नहीं पहुंचे। इसके बाद वह कमिश्नर के केबिन तक पहुंचे जहां पर विधायक खड़े नजर आए और कमिश्नर बैठे रहे।
राजनीतिक दबाव का है आरोप
शहर विधायक निर्मल सिंह के समर्थक विनोद धीमान ने बताया कि जैसा उन्होंने किया वह राजनीतिक दबाव में किया है। भाजपा सत्ता में है जिस वजह से वह कांग्रेस के विधायक को कुछ नहीं समझते हैं जबकि विधायक का दर्जा एक मुख्य सचिव के बराबर का होता है। जनता द्वारा चुने हुए लोगों की भी यह अधिकारी नहीं सुनते हैं और ना ही उनका सम्मान देते हैं तो आम जनता को कैसे ही सम्मान देते होंगे।
नगर निगम के कमिश्नर के साथ बैठक करते विधायक निर्मल सिंह।
भाजपाइयों को भी नहीं देते भाव
विनोद धीमान ने बताया कि अभी कुछ दिनों पहले नवनिर्वाचित मेयर शैलजा सचदेवा को भी कार्यालय नहीं देने का मामला सामने आया था। जब यह मामला ऊपर तक पहुंचा तब जाकर अधिकारियों ने उनको ऑफिस दिलाया।
सार्वजनिक माफी नहीं मांगी तो करेंगे आंदोलन
शहर विधायक निर्मल सिंह के समर्थक विनोद धीमान ने कहा कि यदि नगर निगम के कमिश्नर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे तो सभी साथियों के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा।मामले कीसनी करी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों का यह रवैया ठीक होना चाहिए।
अपने से बड़ों का आदर करना नहीं आता
शहर विधायक निर्मल सिंह के समर्थक विनोद धीमान ने कहा कि नगर निगम के कमिश्नर सचिन गुप्ता को अपने से बड़ों का आदर करना भी नहीं आता है। शायद उनको घर वालों ने सिखाया नहीं है। उनमें संस्कार नहीं है। सरकार को ऐसे संस्कारहीन अधिकारियों को बर्खास्त कर देना चाहिए।