उमाशंकर अकेला को माला पहनाकर पार्टी में स्वागत करते केशव।
झारखंड विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नेताओं पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाकर पार्टी छोड़ने वाले पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला की फिर घर वापसी हो गई है। अकेला ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों ने मुझे माला पहना दिया है। मै
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दरअसल जरमुंडी के सोनारायठाड़ी प्रखंड के नन्हीडीह गांव में गुरुवार को पार्टी कार्यकर्ताओं का मिलन सह वनभोज कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद थे। कार्यक्रम में उमाशंकर अकेला भी पहुंचे। पार्टी नेताओं ने प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष से अकेला को वापस पार्टी में लेने की मांग की। अकेला ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी और कांग्रेस के पक्ष में नारे भी लगाए। इसके बाद प्रदेश प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने अकेला को माला पहना दिया। फिर अकेला की कांग्रेस में घर वापसी हो गई।
भाजपा का सवाल: कांग्रेस प्रभारी बताएं-अकेला की वापसी में क्या डील हुई
अकेला की घर वापसी पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा-कांग्रेस प्रभारी व प्रदेश अध्यक्ष को स्पष्ट करना चाहिए कि अकेला को पार्टी में वापस लेने में क्या डील हुई। विस चुनाव में जब कांग्रेस ने अकेला का टिकट काटा था तो उन्होंने पार्टी नेताओं पर दो करोड़ रु. घूस मांगने का आरोप लगाया था। तब कांग्रेस के मीडिया प्रभारी ने कहा था कि अकेला पर कानूनी कार्रवाई होगी। पर उनकी ससम्मान वापसी हो गई।
2019 में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आए, 2024 में सपा में गए थे अकेला
उमाशंकर अकेला बरही से भाजपा विधायक रह चुके हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव के समय वे भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कांग्रेस ने उन्हें बरही से टिकट दिया और वे विधायक बने। वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी। समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे।
कांग्रेस पर पैसे लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाने वाले उमाशंकर अकेला की घर वापसी
प्रदेश अध्यक्ष ने शुक्रवार को कहा कि अकेला को माला तो पहनाया गया है। लेकिन पार्टी में शामिल होने के लिए उनसे आवेदन मांगा गया है। वे पहले आवेदन देंगे। आवेदन मिलने के बाद प्रदेश प्रभारी और आलाकमान उस पर निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि मिलन समारोह में अकेला ने न सिर्फ कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाए, बल्कि उन्होंने अपनी गलती के लिए सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी है। इसके बावजूद उनसे आवेदन मांगा गया है।