किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 33 दिन से खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे हैं।
फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून को लेकर 33 दिन से अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल से सुप्रीम कोर्ट बात करेगा। इसके लिए खनौरी बॉर्डर से डल्लेवाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई में जुड़ेंगे।
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कल शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की वैकेशन बैंच के जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस सुधांशु धूलिया ने सुनवाई के दौरान पंजाब सरकार को फटकार लगाई। सुप्रीम कोर्ट ने उनके आदेश को लागू न करने को लेकर कंटेप्ट पिटीशन पर सुनवाई की थी।
कोर्ट ने पंजाब सरकार को कहा कि वह ये सुनिश्चित करें कि डल्लेवाल को हर तरह की मेडिकल मदद दी जा रही है। अगर वहां कोई लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति है तो उससे सख्ती से निपटना चाहिए। किसी की जिंदगी दांव पर है, आपको इसे सीरियसली लेना होगा। पंजाब सरकार डल्लेवाल को मेडिकल मदद नहीं दे रही।
उधर, किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि सरकारी एवं प्राइवेट डॉक्टरों की टीम ने डल्लेवाल के कीटोन बॉडी टेस्ट की रिपोर्ट किसान नेताओं को सौंपी है। दोनों रिपोर्ट्स में डल्लेवाल जी के कीटोन बॉडी रिजल्ट्स बहुत ज्यादा हैं। प्राइवेट डॉक्टरों की रिपोर्ट में 6.8 और सरकारी डॉक्टरों की रिपोर्ट में 5.8 है, जो बहुत चिंताजनक है। रिपोर्ट्स ने साफ कर दिया है कि डल्लेवाल जी का शरीर ही शरीर को अंदर से खा रहा है।
डल्लेवाल की टेस्ट रिपोर्ट…
पहले भी 3 सुनवाई में सख्त रुख दिखा चुका सुप्रीम कोर्ट
17 दिसंबर को कहा– पंजाब सरकार को हालात संभालने होंगे इस सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार ने कहा कि डल्लेवाल को अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उनसे भावनाएं जुड़ी हुई हैं। राज्य को कुछ करना चाहिए। ढिलाई नहीं बरती जा सकती। आपको हालात संभालने होंगे।
18 दिसंबर को कहा– बिना टेस्ट के कौन उन्हें ठीक बता रहा इस सुनवाई में पंजाब सरकार ने दावा किया कि डल्लेवाल की तबीयत ठीक है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि 70 साल का आदमी 24 दिन से भूख हड़ताल पर है। कौन डॉक्टर है, जो बिना किसी टेस्ट के डल्लेवाल को सही बता रहा है? आप कैसे कह सकते हैं डल्लेवाल ठीक हैं? जब उनकी कोई जांच नहीं हुई, ब्लड टेस्ट नहीं हुआ, ECG नहीं हुई।
19 दिसंबर को कहा– अधिकारी अस्पताल में भर्ती करने पर निर्णय लें इस सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डल्लेवाल की हालत रोज बिगड़ रही है। पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में शिफ्ट में क्यों नहीं कराती है। यह उन्हीं की जिम्मेदारी है। डल्लेवाल के स्वास्थ्य की स्थिर स्थिति सुनिश्चित करना पंजाब सरकार की जिम्मेदारी है। यदि उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत होती है तो अधिकारी निर्णय लेंगे।
डल्लेवाल ने अन्न के बाद पानी भी छोड़ा, उल्टियां हो रहीं 70 साल की उम्र में जगजीत डल्लेवाल के आमरण अनशन को 33वां दिन है। उन्होंने पहले अन्न खाना छोड़ा, अब उल्टियां होने की वजह से पानी पीना भी बंद कर दिया। उनका ब्लड प्रेशर 88/59 हो चुका है। 60 साल से ज्यादा उम्र के पुरुष का सामान्य ब्लड प्रेशर 133/69 सही माना जाता है। डल्लेवाल की इम्यूनिटी भी काफी कमजोर हो चुकी है। उन्हें इन्फेक्शन का खतरा है। वह खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन की स्टेज पर भी नहीं आ रहे।
किसानों के संघर्ष की आगे 2 रणनीति
1. हरियाणा में खाप महापंचात होगी हरियाणा की खाप पंचायतों ने किसानों की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने हरियाणा–पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को सही ठहराते हुए 29 दिसंबर को हिसार में खाप महापंचायत बुलाई है।
2. पंजाब बंद में ट्रेन–बसें रोकेंगे आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान संगठन किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की तरफ से 30 दिसंबर को पंजाब बंद की कॉल दी गई है। इस दौरान सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक बस-ट्रेनें बंद कराई जाएंगी। इस दौरान सभी सरकारी और प्राइवेट संस्थान भी बंद कराए जाएंगे।
जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन को लेकर 29 दिसंबर को हिसार के बास गांव में महापंचायत बुलाई गई है।
जानिए… सुप्रीम कोर्ट कैसे पहुंचा किसान आंदोलन का मामला
हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई हरियाणा सरकार शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 फरवरी 2024 को किसान आंदोलन शुरू हुआ। बॉर्डर बंद होने से परेशानी का मामला 10 जुलाई 2024 को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने एक हफ्ते में शंभू बॉर्डर को खोलने को कहा। इसके खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई।
सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बनाई, किसानों ने बात नहीं की 12 अगस्त 2024 को इस याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने एक कमेटी बनाई, जिसे सरकार और किसानों के बीच मध्यस्थता करनी थी। कमेटी ने 10 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट में अंतरिम रिपोर्ट सौंपी, जिसमें उन्होंने कहा कि आंदोलन करने वाले किसान बातचीत के लिए नहीं आ रहे।
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सुप्रीम कोर्ट ने कहा- डल्लेवाल की जिंदगी हमारी प्राथमिकता, सरकार गंभीरता से ले
सुप्रीम कोर्ट ने आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत डल्लेवाल की सेहत को लेकर पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने कहा कि किसी की जिंदगी दांव पर है, पंजाब सरकार को इसे गंभीरता से लेना होगा। कोर्ट की पहली प्राथमिकता उनकी जिंदगी है। पढ़ें पूरी खबर