पाकुड़ जिले के अमड़ापाड़ा थाना क्षेत्र में एक बड़ी दुर्घटना घट गई। अमड़ापाड़ा बस स्टैंड के पास अस्थायी रूप से लगी तीन दुकानों में अचानक आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैली कि देखते ही देखते फर्नीचर की दुकान, एक नाश्ता दुकान और एक पान की गुमटी इसकी चपेट मे
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धू-धू कर जलती दुकानें
स्थानीय लोगों ने किया आग पर काबू
घटना की सूचना मिलते ही डीबीएल कॉल कंपनी के पानी टैंकर को बुलाया गया। स्थानीय लोगों की तत्परता और सामूहिक प्रयास से कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया। यदि समय रहते आग नहीं बुझाई जाती, तो आसपास की अन्य दुकानें और आवासीय इलाके भी इसकी चपेट में आ सकते थे। लोगों की सूझबूझ और त्वरित प्रतिक्रिया से एक बड़ी त्रासदी टल गई।
फर्नीचर दुकान में सबसे अधिक नुकसान
इस घटना में सबसे अधिक नुकसान फर्नीचर दुकान के मालिक कजिरुल सेख को हुआ। वह बकरीद मनाने अपने गांव गगन पहाड़ी गए हुए थे। उनकी दुकान में रखे पलंग, सोफा, कुर्सी, गद्दे आदि जलकर खाक हो गए। अनुमान है कि कजिरुल को करीब 4 से 5 लाख रुपए की आर्थिक क्षति हुई है। वहीं, प्रदीप भगत की पान की गुमटी और संतोष पाल की नाश्ता दुकान में भी कुल मिलाकर डेढ़ लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है।
काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
मुआवजे की प्रभावित लोगों ने की मांग
दुकानदारों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है ताकि वे फिर से अपने कारोबार को शुरू कर सकें। घटना के बाद अमड़ापाड़ा थाना पुलिस ने मौके का जायजा लिया और जांच शुरू कर दी है। हालांकि, आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चल सका है। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। फिर भी लाखों के नुकसान से प्रभावित परिवारों के सामने आजीविका की बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।