मुंबई12 मिनट पहले
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एअर इंडिया लिमिटेड अमेरिकी कंपनी बोइंग के उन विमानों को खरीदने पर विचार कर रही है जिनके शिपमेंट को चीनी एयरलाइन कंपनियों ने लेने से इनकार कर दिया है।
पिछले हफ्ते अमेरिका के साथ टैरिफ वॉर के बीच चीन ने अपनी एयरलाइन कंपनियों को अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग से नए विमानों की डिलीवरी नहीं लेने के आदेश दिए थे।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी सरकार ने यह आदेश अमेरिका के 145% टैरिफ के जवाब में जारी किया था। तब चीन ने अमेरिका में बनने वाले विमान के पार्ट्स और डिवाइसेस की खरीद रोकने का आदेश भी दिया था।
एयरक्राफ्ट के टॉप सप्लायर्स में से एक बोइंग
बोइंग एयरप्लेन एक अमेरिकी कंपनी है, जो एयरप्लेन, रॉकेट, सैटेलाइट, टेलीकम्युनिकेशन इक्विपमेंट और मिसाइल बनाती है। कई देशों की एयरलाइंस कंपनियां बोइंग के बनाए गए प्लेन का इस्तेमाल करती हैं। बोइंग अमेरिका की सबसे बड़ी एक्सपोर्टर कंपनी है और यह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी डिफेंस डील करने वाली कंपनी भी है।
रिपोर्ट के मुताबिक, दुनियाभर की अलग-अलग जगहों में कंपनी के डेढ़ लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।