दीमा हसाओ4 घंटे पहले
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असम खदान हादसे के छठे दिन NDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 3 शव निकाले थे।
असम के दीमा हसाओ जिले में 300 फीट गहरी कोयला खदान में 6 जनवरी को पानी भर गया था, जिसमें 9 मजदूर फंस गए थे। इन रैट माइनर्स के रेस्क्यू ऑपरेशन का आज 9वां दिन है। रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही भारतीय नौसेना ने अपने गोताखोरों को वापस बुला लिया है।
अब तक 4 मजदूरों के शव निकाले जा चुके हैं। 5 मजदूर अब भी खदान में फंसे हैं, हालांकि अधिकारियों का मानना है कि इनके बचने की उम्मीद कम है।
जिन मजदूरों के शव निकाले गए हैं उनमें 8 जनवरी को नेपाल के गंगा बहादुर श्रेष्ठ का और 11 जनवरी को उमरांगसो के लिजेन मगर, कोकराझार के खुशी मोहन राय और सोनितपुर के सरत गोयारी शामिल थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन इंडियन आर्मी और NDRF मिलकर चला रही थी। हादसे वाले दिन खदान में वाटर लेवल 30 मीटर था, अब यह 12 मीटर से भी कम हो गया है। हालांकि पानी निकालने का काम अभी जारी है।
इंडियन नेवी के गोताखोर 7 जनवरी को ही पहुंच गए थे।
उमरांगसो कोयला खदान में फंसे 5 मजदूरों के नाम
- हुसैन अली, बागरीबारी, थाना श्यामपुर, जिला: दर्रांग, असम
- जाकिर हुसैन, 4 नंबर सियालमारी खुटी, थाना दलगांव, जिला: दर्रांग, असम
- सर्पा बर्मन, खलिसनिमारी, गोसाईगांव, जिला: कोकराझार, असम
- मुस्तफा शेख, बागरीबारी, दलगांव, जिला: दर्रांग, असम
- संजीत सरकार, रायचेंगा, जिला: जलपाईगुड़ी, पश्चिम बंगाल
500 GPM मशीन शुरू नहीं हो सकी
राज्य के खान एवं खनिज मंत्री कौशिक राय ने 12 जनवरी को बताया था कि अगले 36 घंटों के भीतर पानी निकालने का का काम खत्म हो सकता है। हालांकि अभी भी खदान में पानी भरा हुआ है। वहीं नागपुर से मंगाई गई 500 GPM मशीन से असेंबल तो कर ली गई, लेकिन इसे शुरू नहीं किया जा सका। कोल इंडिया के मुताबिक अगर की मशीन काम करना शुरू कर देती तो एक मिनट में 500 गैलन पानी बाहर निकल जाता और मजदूरों का पता लगाया जा सकता था।
खदान हादसे में 2 गिरफ्तारियां, 2 पर FIR
असम पुलिस ने खदान हादसे के सिलसिले में हनान लस्कर और पुनुश नुनिसा को गिरफ्तार किया था। वहीं, कांग्रेस की दिमा हसाओ यूनिट के कोम केम्पराई और पितुश लंगथासा ने उत्तरी कछार हिल्स स्वायत्त परिषद के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) देबोलाल गोरलोसा और उनकी पत्नी कनिका होजाई के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। इसमें गोरलोसा और होजाई की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई है। दावा है कि ये दोनों खदान में अवैध खनन करवा रहे थे।