जल कर बढ़ाने की कोशिश में लगे नगर निगम और टाटा कंपनी को जलापूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश हाल ही में हुई निगम परिषद की बैठक में दिए गए थे। परंतु ऐसा होता नहीं दिख रहा है। कभी लाइन फूटने तो कभी लाइन बदलने या तकनीकी खामी आने के कारण शहर की जलापूर्ति
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यानी जहां एक दिन छोड़कर एक दिन के हिसाब से लोगों को माह में 15 दिन ही पानी मिल पाता है, वह 12 दिन पर आ गया। शुक्रवार को पंतनगर पानी की टंकी से टाटा की पाइप लाइन जोड़ने का कार्य होने एवं विभिन्न स्थानों पर पाइप लाइनों के लीकेज सुधारने एवं पंपों की मरम्मत का काम होने के कारण दिन भर का शट डाउन रखा गया।
इस कारण शुक्रवार को शहर में पेयजल की सप्लाई नहीं हो सकी। हालांकि निगम के जलप्रदाय विभाग ने टाटा के अमले के साथ मिलकर वह सभी काम शुक्रवार रात 9 बजे तक पूरे कर लिए, जिनके लिए दिन भर जलापूर्ति रोकी गई थी।
शीतला माता, रानीपुरा में पुल के पास, कैंट में पोस्ट ऑफिस के पास वाल्ब सुधारे गए। जबकि राजघाट में पाइप लाइन की बेल्डिंग भी की गई है। जिन वार्डों में शुक्रवार को पेयजल की सप्लाई होना थी, वहां शनिवार को की जाएगी। जबकि शनिवार के पहले से तय शेड्यूल की पेयजल सप्लाई रविवार को की जाएगी।