Homeउत्तर प्रदेशआयुर्वेदिक डाक्टर ने की गर्भवती की सर्जरी, मौत: गोरखपुर में डाक्टर...

आयुर्वेदिक डाक्टर ने की गर्भवती की सर्जरी, मौत: गोरखपुर में डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाकर परिजनों ने किया हंगामा; अस्पताल सील – Gorakhpur News


गोरखपुर के जंगल कौड़िया स्थित अगम्य हास्पिटल में आपरेशन के बाद रेशमा ने बच्चे को जन्म दिया लेकिन कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। मृतक रेशमा की फाइल फोटो

गोरखपुर में एक आयुर्वेदिक (बीएएमएस) डाक्टर ने 25 वर्षीय गर्भवती महिला की सर्जरी कर दी। सर्जरी के बाद एक बच्ची पैदा हुई लेकिन प्रसूता (जन्म देने वाली महिला) की मौत हो गई। आरोप है कि डाक्टर महिला को अपने निजी वाहन में लेकर गोरखपुर के एक अस्पताल पहुंचा

.

सहजनवा क्षेत्र के भोराव निवासी सुमंत गिरी की पत्नी रेशमा गर्भवती थीं। उनका मायका पीपीगंज क्षेत्र के रमवापुर में है। सुमंत गिरी ने बताया कि उनकी पत्नी रूटीन चेकअप के लिए 13 फरवरी को जंगल कौड़िया के अगम्य हास्पिटल गई थीं। यहां आयुर्वेदिक चिकित्सक डा. प्रभात दीक्षित ने चेकअप किया और बिजना परिजनों की अनुमति के दिन में 2 बजे आपरेशन कर दिया। आपरेशन के बाद बच्ची पैदा हुई। सुमंत का आरोप है कि अस्पताल की लापरवाही और मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में उनकी पत्नी की रात 11 बजे मृत्यु हो गई।

महिला की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल पहुंचकर विरोध जताया।

निजी गाड़ी से गोरखपुर स्थित हास्पिटल लेकर भागा डाक्टर आरोप है कि महिला की मौत के बाद डाक्टर उसे अपने निजी गाड़ी से लेकर गोरखपुर स्थित एक अस्पताल चला गया। वहीं महिला के शव को छोड़कर भाग गया। परिजन एंबुलेंस से महिला को लेकर मेडिकल कालेज रोड स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे। वहां डाक्टरों ने बताया कि महिला की मृत्यु हो चुकी है। शव लेकर अगम्य हास्पिटल पहुंचे, किया हंगामा पत्नी की मौत की सूचना पाकर सुमंत सुबह 4 बजे जंगल कौड़िया स्थित अगम्य हास्पिटल पहुंच गए। उन्होंने फोन कर डाक्टर को बात करने के लिए बुलाया। न आने पर हंगामा करने लगे। हंगामे की सूचना मिलने पर जंगल कौड़िया चौकी से दरागा व सिपाही वहां पहुंच गए। मामला बढ़ता देख पीपीगंज के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही हुई है। उन्होंने डाक्टर पर केस दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की। उन्होंने सोनौली मार्ग जाम करने का प्रयास किया। पुलिस के आश्वासन पर वे मान गए। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को तहरीर देकर केस दर्ज किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। हंगामे के आसार को देखते हुए मौके पर पूरे दिन भारी पुलिस बल की तैनाती रही।

जंगल कौड़िया में अस्पताल के बाहर काफी देर तक भीड़ जमा रही। पुलिस के आश्वासन के बाद लोग माने।

अस्पताल में नहीं है पर्याप्त सुविधा अगम्य हास्पिटल में जरूरी सुविधाएं मौजूद नहीं हैं। आपरेशन थियेटर एवं भर्ती वार्ड बेसमेंट में संचालित होता है। सर्जरी के समय किसी बाहरी सर्जन को नहीं बुलाया गया था। हास्पिटल में वेंटीलेटर व आईसीयू की सुविधा भी नहीं है। इससे पहले एक बच्चे की हो चुकी है मौत इसी अस्पताल में इससे पहले एक बच्चे की मौत हो चुकी है। 9 दिसंबर 2024 को क्षेत्र की एक महिला ने आपरेशन के बाद एक बच्चे को जन्म दिया था। उस समय भी अस्पताल में आईसीयू या एनआईसीयू की सुविधा नहीं थी। जिससे बच्चे की मौत हो गई थी। परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर काफी देर तक हंगामा किया था। क्या आपरेशन कर सकते हैं आयुर्वेदिक चिकित्सक सीएमओ डा. आशुतोष दूबे का कहना है कि आयुर्वेदिक चिकित्सक को छोटी सर्जरी एवं डिलीवरी कराने का अधिकार है। लेकिन अस्पताल में जरूरी सुविधाएं होनी चाहिए। इस मामले में पुलिस की ओर से सीएमओ को जांच के लिए पत्र लिखा गया है।

अस्पताल को किया गया सील क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. मीनू सोनी ने बताया कि अगम्य हास्पिटल में आपरेशन थियेटर एवं भर्ती वार्ड बेसमेंट में संचालित होता है। यह नियम के विपरीत है। यहां वेंटिलेटर व आईसीयू की सुविधा भी नहीं है। शुक्रवार को अस्पताल को सील कर दिया गया।



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version