धनबाद, 19 मार्च 2025: “डॉक्टर को लोग भगवान मानते हैं, इसलिए आयुष्मान भारत योजना के मरीजों का इलाज प्राथमिकता से किया जाए।” यह बात एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) पीयूष सिन्हा ने बुधवार को समाहरणालय में आयोजित डिस्ट्रिक्ट ग्रीवांस रिड्रेसल सेल (D.G.R.C.) की बैठक में कही। उन्होंने सभी सूचीबद्ध अस्पतालों को निर्देश दिया कि वे योजना के तहत आने वाले मरीजों का इलाज बिना किसी परेशानी के सुनिश्चित करें।
अस्पतालों के पास इलाज से इनकार करने का कोई विकल्प नहीं – एडीएम
बैठक के दौरान एडीएम पीयूष सिन्हा ने साफ कहा कि आयुष्मान भारत योजना में सूचीबद्ध अस्पताल मरीजों का इलाज करने से इनकार नहीं कर सकते। अगर कोई मरीज योजना के तहत इलाज के लिए आता है तो अस्पताल उसे भर्ती कर इलाज करे।
एन.ए.एफ.यू. की आपत्तियों की समीक्षा
बैठक में आयुष्मान भारत योजना के तहत विभिन्न अस्पतालों और नर्सिंग होम द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों पर नेशनल एंटी फ्रॉड यूनिट (N.A.F.U.) द्वारा जताई गई आपत्तियों की समीक्षा की गई। अस्पतालों के वित्तीय दावों और प्रक्रियाओं की भी जांच की गई।
लंबित भुगतान के निपटारे के निर्देश
बैठक के दौरान एडीएम ने निर्देश दिया कि जिस अस्पताल का भुगतान लंबित है, वे एक सप्ताह के अंदर सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ सिविल सर्जन कार्यालय में दावा प्रस्तुत करें। दस्तावेजों की जांच के बाद डी.जी.आर.सी. की अगली बैठक में इन दावों को स्वीकृत या अस्वीकृत किया जाएगा।
बैठक में शामिल प्रमुख अधिकारी और अस्पताल प्रबंधकबैठक में कई प्रमुख अधिकारी और अस्पताल प्रबंधक उपस्थित रहे, जिनमें शामिल हैं:एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) श्री पीयूष सिन्हासिविल सर्जन डॉ. चंद्रभानु प्रतापनजिला समन्वयक (आयुष्मान) श्री निशांत राजसदर अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अब्दुल आजादआयुष्मान योजना के नोडल अधिकारी डॉ. सरबजीत सिंहअस्पतालों के प्रतिनिधि:पाटलीपुत्र नर्सिंग होम – डॉ. निर्मल ड्रोलियाअसर्फी हॉस्पिटल – श्री हरेन्द्र सिंहएएसजी आई हॉस्पिटल – श्री आशिष रंजनएशियन द्वारिकादास जालान सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल, सनराइज हॉस्पिटल, सर्वमंगला नर्सिंग होम, अविनाश हॉस्पिटल, झारखंड डायबिटिक एंड आई सेंटर, लाइफ लाइन हॉस्पिटल, पूजा नर्सिंग होम के प्रतिनिधि।
सरकार का उद्देश्य – हर जरूरतमंद को बेहतर इलाज
सरकार का उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भी बेहतर इलाज मिले। आयुष्मान भारत योजना के सही क्रियान्वयन से गरीबों को लाभ मिलेगा और उन्हें बिना किसी परेशानी के इलाज की सुविधा मिल सकेगी।
