घटना बाणगंगा थाना क्षेत्र की है।
इंदौर में एक स्टूडेंट के सुसाइड के करीब 5 महीने बाद पुलिस ने एफआईआर की है। इस मामले में परिवार के बयान लेने पर पता चला कि वह ऑनलाइन गेमिंग की लत में था। जिसमें टॉस्क पूरा करने पर दोगुना रुपए अकाउंट में आता है। लेकिन, इस दौरान टॉस्क के नाम पर उससे रुप
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बाणगंगा पुलिस ने लवकुश विहार निवासी सूर्या लोधी की मौत के मामले में जैमनी कंपनी के ट्रेंडिग एजेंट के खिलाफ धमकाने और आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया है। सूर्या ने अक्टूबर महीने में रेलवे ट्रैक पर जाकर जान दे दी थी। पिता उसकी गुमशुदगी लिखाने थाने पहुंचे तो उन्हें बाणगंगा इलाके में एक शव मिलने की बात पुलिस ने बताई। वे मौके पर पहुंचे और शव की पहचान बेटे सूर्या के रूप में की थी।
पुलिस ने भाई निलेश और पिता महेश के बयान लिए। उन्होंने बताया कि सूर्या ने स्नैप चैटिंग के माध्यम से जैमनी नाम की कंपनी में इन्वेस्ट किया था। पहली बार जब दिया गया टॉस्क पूरा कर लिया गया तो उसे दिए गए रुपयों से दुगना पैसा वापस किया गया।
जिसके बाद एजेंट ने यूपीआई के माध्यम से करीबन 1 लाख रुपए जमा कराए। बाद में उसको रुपए वापस नहीं मिले। इसके कारण उसने ऑनलाइन कर्ज ले लिया था। जिसमें उसे कई तरह के कॉल आ रहे थे। इन्हीं बातों से परेशान होकर सूर्या घर से निकला ओर रेलवे ट्रैक पर सुसाइड कर लिया।
इधर, ससुराल वालों की प्रताड़ना से तंग युवक ने जान दी एक अन्य मामले में लसूडिया में भी अनुराग धारसिया की शिकायत पर पुलिस ने ससुर लीलाधर सोनारतिया निवासी महेश विहार कॉलोनी नानाखेड़ा, साले कच्छू उर्फ आंनद पुत्र लीलाधर और पत्नी तमाश्री के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज किया है। अनुराग निजी कंपनी में काम करता था। उसने जान देने के पहले एक वीडियो बनाया था। जिसमें सभी के द्वारा प्रताड़ित करने की बात कही थी।