उवैश चौधरी | इटावा1 मिनट पहले
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इटावा में 10 मिनट का ब्लैक आउट।
इटावा जिला प्रशासन द्वारा बुधवार देर शाम इटावा शहर में सुरक्षा की दृष्टि से मॉक ड्रिल के रूप में ब्लैक आउट कराया गया। शाम 8 बजे सायरन बजते ही शहर के कई प्रमुख स्थानों पर बिजली बंद कर दी गई और 8:10 बजे तक अंधेरे की स्थिति रही। यह पूरा अभ्यास जिला स्तर पर बनाई गई गाइडलाइन के तहत किया गया।
राज्य स्तर से प्राप्त दिशा-निर्देशों के आधार पर जिले का ब्लैक आउट प्लान तैयार किया गया था। पूरे दिन प्रशासनिक टीमों द्वारा विभिन्न स्थानों पर इसकी तैयारी कराई गई और शाम को मॉक ड्रिल के रूप में 10 मिनट का ब्लैक आउट सफलतापूर्वक लागू किया गया।
ब्लैक आउट के दौरान शहर के घरेलू, व्यावसायिक, धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर बिजली के साथ-साथ इनवर्टर, मोबाइल लाइट, धार्मिक स्थलों की आवाज और लाइटें भी बंद रहीं। इसके अतिरिक्त सड़क पर चलने वाले वाहनों की हेडलाइट्स और हॉर्न का उपयोग भी न्यूनतम रहा।
देखिए तस्वीरें…
सैफई पीजीआई, विद्युत स्टेशन, रेलवे स्टेशन, टेलीफोन एक्सचेंज, यमुना पुल, और रेलवे ट्रैक जैसे संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बल तैनात रहे। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से सहयोग की अपील की थी, जिसे आमजन ने सराहनीय रूप से निभाया।
वहीं मॉक ड्रिल के दौरान सैफई हवाई पट्टी, चंबल व यमुना पुल, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे टोल प्लाज़ा, और आईटीआई चौराहा जैसे प्रमुख चार स्थानों पर इसका सीधा असर देखा गया।
संयुक्त रूप से ट्रैफिक व स्थानीय पुलिस ने अभ्यास को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
सीओ ट्रैफिक आयुषी सिंह ने जानकारी दी कि जिले के चार प्रमुख स्थानों पर मॉक ड्रिल कराई गई। इस दौरान कुछ तकनीकी और प्रबंधन संबंधी खामियाँ भी सामने आई हैं, जिन्हें सुधारने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।