Homeउत्तर प्रदेशइटावा हत्याकांड...सीयूजी-नंबर पर भेजा था एक पन्ने का सुसाइड नोट: परिवार...

इटावा हत्याकांड…सीयूजी-नंबर पर भेजा था एक पन्ने का सुसाइड नोट: परिवार के अन्य लोग पुलिस रडार पर, आोरपी ने एकादशी के चलते आत्महत्या के समय में किया था बदलाव – Etawah News


इटावा में सर्राफा कारोबारी के परिवार के चार लोगों की हत्या करने के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। जिसमें बताया जा रहा है कि सर्राफा कारोबारी ने अपने परिवार के चार सदस्यों को रस्सी से गला दबाकर उनको हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया

.

हत्या करने से पहले हत्यारोपी ने सभी लोगों को नींद की दवाई खिलाकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने सर्राफा कारोबारी पर हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया है। सभी चारों मृतकों एक साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

सीयूजी व्हाट्सएप नंबर पर भेजा था सुसाइड नोट पुलिस ने अपने खुलासे में यह भी बताया है कि हत्यारोपी ने हत्या की घटना को अंजाम देने के करीब 15 घंटे बाद क्षेत्राधिकारी नगर अमित कुमार सिंह के सीयूजी व्हाट्सएप नंबर पर पौन पन्ने का सुसाइड नोट भी भेजा था। सुसाइड नोट के आधार पर सर्राफा कारोबारी के परिवार के नामजद सदस्य भी अब पुलिस की रडार पर आ गए हैं।

इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी मुकेश वर्मा को पुलिस ने जेल भेज दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि इस हत्याकांड के पीछे जो लोग वजह हैं, पुलिस अब उन पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। पुलिस के मुताबिक इन चार लोगों के हत्याकांड में पारिवारिक कलह, आर्थिक तंगी, परिवार के लोगों द्वारा ताने मारना मुख्य वजह बनी हैं।

एक साथ चारों मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया।

दो अलग-अलग स्थान पर पड़ी थी चार लाशें इटावा के थाना कोतवाली क्षेत्र के लालपुरा मोहल्ले में बीते रविवार रात करीब 9 बजे उस वक्त सनसनी फैल गई जब एक घर के अंदर के कमरे में एकाएक 3 लाश और घर के दूसरी मंजिल के कमरे में एक नाबालिक बच्ची की लाश मिली। घर के अंदर मृत पड़े चारों लोग एक ही परिवार के थे। जिसमें से एक मां, दो बेटी एक पुत्र बताया गया है। इस हत्याकांड में 45 वर्षीय रेखा वर्मा पत्नी मुकेश वर्मा, 19 वर्षीय भाव्या वर्मा, 16 वर्षीय काव्य वर्मा, 11 वर्षीय अभीष्ट वर्मा पुत्र मुकेश वर्मा की रस्सी से गला दबाकर हत्या करने का पुलिस ने दावा किया है।

चार लोगों के हत्याकांड की कहानी पुलिस जुबानी पुलिस की ओर से ऐसा बताया गया है कि मुकेश वर्मा पुत्र सुखीराम वर्मा निवासी लालपुरा थाना कोतवाली ने सोमवार सुबह तड़के करीब 4 से 5 बजे के बीच अपनी पत्नी रेखा, पुत्री भाव्या, काव्या पुत्र अभीष्ट को पहले नींद की दवाई का सेवन करवाया। उसके बाद जब वह सभी नशे की हालत में पहुंच गए, तो उन सभी को एकाएक करके रस्सी से गला दबाकर हत्या कर दी गई।

इसी कमरे तीन लाशें मिली थी।

रस्सी से गला दबाकर की गई थी हत्याएं इन सभी लोगों की हत्या में रस्सी का इस्तेमाल किया गया हैं। ऐसा पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। जिसमें बताया गया हैं कि रस्सी को गले में बांधकर दो नाबालिग समेत दो वयस्कों गला दबाया गया है। इस हत्याकांड में कई पहलू ऐसे है जो न पुलिस बयां कर पा रही न परिवार के लोग बयां कर सकें। हालांकि पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने से पहले ही आरोपी को हिरासत में ले लिया था। लेकिन एक बड़ा सवाल है आखिर चार लोगों की हत्या में इस्तेमाल रस्सी कहा है ?

अगर परिवार के सभी सदस्यों की आत्महत्या की सहमति बनी तो एक बेटी का शव ऊपर कमरे में अलग क्यों पड़ा था ? सोमवार सुबह करीब साढ़े 4 बजे से लेकर रात 9 बजे तक घर के अन्दर चार लाशें बंद पड़ी रही जबकि, अन्य परिवार के लोग मौजूद रहे, तो उनको इस हत्याकांड की भनक तक आखिर क्यों नहीं लग सकी? इस हत्याकांड का शिकार हुए लोग और हत्यारोपी सभी अपने पुश्तैनी मकान में रहते थे, उनके साथ दो भाइयों का परिवार भी उसमें रहता है, ऐसा बताया जा रहा है।

चार लोगों के हत्याकांड की कहानी आरोपी की जुबानी।

सुसाइड नोट से खुलेगी हत्याकांड की परतें हत्यारोपी मुकेश कुमार वर्मा पुत्र सुखीराम वर्मा अपने परिवार के चार सदस्यों को नींद की गोली खिलाकर नशे की हालत में रस्सी से गला दबाकर हत्या करके आत्महत्या करने के लिए जब रेलवे स्टेशन की ओर जा रहा था। तभी उसने कोतवाली चौराहा पर स्थित क्षेत्राधिकार नगर के कार्यालय के बाहर अंकित सीयूजी फोन नंबर पर सुसाइड नोट व्हाट्सएप कर दिया।

सुसाइड नोट में परिवार के सदस्यों की हत्या करने की पीछे कौन लोग और क्या कहानी है यह बयां किया है। हालांकि पुलिस ने उस सुसाइड नोट बाहर नहीं आने दिया। लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के मुताबिक सुसाइड नोट में कुछ ऐसी बातें लिखी हैंस जिससे कि यह साफ हो गया है कि हत्यारोपी मुकेश वर्मा ने आखिर यह कदम क्यों उठाया।

उस सुसाइड नोट में ऐसा बताया जा रहा है कि चौंकाने वाली बातें लिखी हुई है। जिससे कि पुलिस अब हत्यारोपी मनोज के परिवार के नामजद सदस्यों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। और जल्द ही वह लोग पुलिस के शिकंजे में होंगे।

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

एकादशी के चलते आत्महत्या का समय में परिवर्तन किया हत्यारोपी मुकेश सोमवार सुबह 8 बजे वंदे भारत ट्रेन से आत्महत्या करने के लिए इटावा रेलवे स्टेशन पहुंचा था। लेकिन एकादशी का मुहूर्त लगने के चलते उसने आत्महत्या का प्लान कैंसिल कर दिया। हत्यारोपी की पहली पत्नी 2003 में कैंसर रोग से ग्रस्त होने के चलते एकादशी के दिन उसकी मृत्यु हुई थी। जिस कारण वह नहीं चाहता था कि वह भी एकादशी के दिन आत्महत्या करें।

इसके बाद एकादशी का समय गुजरने के बाद सोमवार रात करीब सवा आठ बजे वह दोबारा से ट्रेन से कटकर आत्महत्या करने के लिए पहुंचा था। लेकिन किस्मत को तो शायद कुछ और ही मंजूर था। परिवार के चार लोगों की हत्या के बाद मुकेश आज सलाखों के पीछे है।

घटना के बाद लोगों की लगी भारी भीड़।

हत्यारोपी बच्चों से करता था बेहद प्यार परिवार के एक सदस्य ने नाम ना लिखने की शर्त पर बताया कि कैसे हमारे चाचा ने अपनी बीवी और बच्चों का गला घोंट दिया। इस बात पर यकीन करना बेहद मुश्किल है, क्योंकि बचपन में जब हम अपने चाचा के बच्चों को मारपीट या डांट देते थे, तो इस बात से चाचा नाराज हो जाते थे।

हमसे लड़ने को तैयार हो जाते थे क्योंकि, वह अपने बच्चों को बहुत प्यार करते थे। उनके बच्चों को कोई मारपीट गया दांत नहीं सकता था जिसको देखकर यह महसूस होता था कि वह अपने बच्चों से व्यक्ति प्रेम करते हैं। लेकिन उनके इस कृत्य पर अब तक यकीन नहीं हो रहा।



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version