बांगरमऊ कस्बे में एक सपेरे की जहरीले सांप के काटने से मौत हो गई। घटना के बाद परिवार और गांव में शोक की लहर फैल गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की छानबीन जारी है।
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जिला कानपुर देहात के थाना ककवन क्षेत्र के गांव औरौ ताहरपुर निवासी ऋषिनाथ (50) पुत्र सबूती अपने परिवार और गांव के अन्य लोगों के साथ कानपुर नगर के कस्बा अरौल में डेरा डालकर सांप दिखाता था। वह इस धंधे के जरिए अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। ऋषिनाथ और उसके साथी शिवनाथ भी एक सपेरा था। कस्बा फतेहपुर चौरासी स्थित शीतला देवी मंदिर के पास सांप दिखाने के लिए आए थे। वहां वह श्रद्धालुओं से पैसे मांग रहे थे।
इसी दौरान, कस्बे के एक युवक ने उनसे सांप पकड़ने के लिए अनुरोध किया। युवक ने ऋषिनाथ और शिवनाथ को अपने घर बुलाया ताकि वे उसके मकान में सांप पकड़ सकें। सपेरों के घर पहुंचने पर ऋषिनाथ और उसके साथी ने घर में सांप पकड़ने की प्रक्रिया शुरू की। लेकिन इसी बीच एक जहरीला सांप अचानक सपेरे ऋषिनाथ के दाहिने हाथ की उंगली में डस गया।
घटना की जानकारी देते परिजन।
ई-रिक्शा से ले गए अस्पताल सांप के काटने के बाद ऋषिनाथ की हालत बिगड़ गई और वह दर्द से कराहने लगा। यह देखकर उसका साथी शिवनाथ घबराया और उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की कोशिश की। आनन-फानन में उन्होंने ई-रिक्शा मंगवाया और ऋषिनाथ को लेकर बांगरमऊ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे।
पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा शव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया। लेकिन जब तक इलाज शुरू होता बहुत देर हो चुकी थी। जहरीले सांप के जहर ने ऋषिनाथ के शरीर में तेजी से फैल चुका था और उसकी स्थिति गंभीर हो गई। कुछ ही समय बाद, चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सपेरे की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई और आसपास के लोग भी अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।