करनाल में पीसी के दौरान सीएम की रैली पर सवाल उठाते असंध विधानसभा से पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी।
हरियाणा में करनाल की असंध विधानसभा के पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने 29 मई को सालवन गांव की रैली में की गई मुख्यमंत्री की घोषणाओं को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। गोगी ने साफ कहा कि सीएम ने मंच से जो बातें कहीं, उनके विपरीत सरकार की ओर से जारी प्रेस
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हुडा सेक्टर की घोषणा पर भ्रम की स्थिति गोगी ने कहा कि सीएम ने मंच से केवल एक हुडा सेक्टर की फिजिबिलिटी चेक करवाकर उसे काटे जाने की बात कही थी, जबकि सरकारी प्रेस नोट में 10 सेक्टर काटने की घोषणा दर्ज है। उन्होंने सवाल उठाया कि सच्चाई क्या है, जनता को कौन-सी बात पर विश्वास करना चाहिए। गोगी ने याद दिलाया कि यह मांग तो उनके कार्यकाल से ही पेंडिंग है, अब जाकर इस पर चर्चा हो रही है।
करनाल में कार्यकर्ताओं के मीटिंग लेते पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी।
असंध को जिला बनाने पर नहीं दिया कोई जवाब गोगी ने असंध को जिला घोषित किए जाने की लंबे समय से चली आ रही मांग को भी उठाया और कहा कि इस मुद्दे पर पंवार साहब वाली कमेटी पहले ही रिपोर्ट दे चुकी है। सीएम मंच से असंध को जिला बनाने पर स्थिति स्पष्ट कर सकते थे, लेकिन उन्होंने जानबूझकर चुप्पी साधे रखी। यह एक बड़ा सवाल है कि सरकार आखिर असंध के साथ भेदभाव क्यों कर रही है।
सड़क और अस्पताल की मंजूरी के बावजूद कोई काम नहीं पूर्व विधायक ने कहा कि असंध से सिरसल चौक तक की सड़क दो साल पहले ही मंजूर हो चुकी है, उसके लिए 53 करोड़ रुपए भी आ चुके हैं, फिर भी उस पर कोई काम नहीं हुआ। इसी तरह कैथल से सफीदों की ओर दनौली तक 33 करोड़ की सड़क मंजूर हुई थी, जिसे सिर्फ 24 फुट चौड़ी बनाकर खानापूर्ति कर दी गई। वहीं असंध का अस्पताल और स्टेडियम भी पहले से मंजूर है, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हो रहा।
स्टेडियम की मांग पर गांव की जमीन मांगी, सीएम चुप गोगी ने कहा कि सालवन की पंचायत ने जब स्टेडियम की मांग रखी तो सरकार ने उलटा उनसे जमीन की मांग कर दी, जबकि सालवन गांव की जमीन पहले से दुपेदी के पास मौजूद है। इस मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। नगरपालिका के खाते में स्टेडियम के लिए 5 करोड़ रुपए पड़े हैं, लेकिन फिर भी मांग उठाने पर मुख्यमंत्री जी चुप रह गए।
पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी।
95 करोड़ की स्वीकृति के बावजूद नहीं हो रहे विकास कार्य गांव सालवन में ड्रेन पक्की करने, सीवर डालने और अन्य विकास कार्यों के लिए 95 करोड़ रुपए पहले ही मंजूर हो चुके हैं। गोगी ने कहा कि इन सभी कार्यों को उन्होंने अपने कार्यकाल में स्वीकृत करवाया था, लेकिन सरपंच किसी कारणवश इस बात को मंच से नहीं कह पा रहे। उन्होंने इशारों में कहा कि सरपंची की अवधि अब भी बची है और अगली रणनीति भी बनानी है, इसलिए सच्चाई बोलने से कतराया जा रहा है। क्योंकि बीजेपी के राज में अगर कोई सच बोलता है तो वह देशद्रोही हो जाता है।
सिर्फ बीजेपी का भवन बने तो करोड़ों खर्च, महाराणा प्रताप के लिए सिर्फ 21 लाख गोगी ने सीएम द्वारा महाराणा प्रताप भवन के लिए 21 लाख रुपए देने की घोषणा पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप जैसे महान व्यक्तित्व के नाम पर भवन 21 लाख में नहीं बन सकता। उन्हें खुद यह बात कहते हुए शर्म महसूस हो रही है, यह नहीं पता कि सीएम साहब को भी शर्म आई या नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर 21 करोड़ रुपए में जमीन एक्वायर करके महाराणा प्रताप का भव्य भवन बनाया जाएगा। जो लोग आज सिर्फ 21 लाख की घोषणा कर रहे हैं, उन्हें भी बुलाकर दिखाया जाएगा कि असली सम्मान कैसे दिया जाता है।
सरकार का पैसा जनता का, बीजेपी का नहीं गोगी ने दो टूक कहा कि सीएम अगर चाहते तो महाराणा प्रताप भवन के लिए 21 करोड़ रुपए दे सकते थे, यह पैसा उनके घर से नहीं जाना था। यह सरकार और जनता का पैसा है, कोई पार्टी फंड नहीं। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर बीजेपी का कार्यालय बनाना हो तो हजारों करोड़ रुपए खर्च किए जा सकते हैं, लेकिन महाराणा प्रताप के लिए सिर्फ 21 लाख ही निकलते हैं।
पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी।
टोल टैक्स पर विधायक की चुप्पी पर उठाया सवाल गोगी ने विधायक द्वारा टोल टैक्स के मुद्दे को मंच से न उठाने पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अगर विधायक की गाड़ी से टोल टैक्स नहीं कटता तो क्या बाकी लोगों की गाड़ियां भी फ्री हैं? उन्होंने कहा कि असंध की जनता इतनी संपन्न नहीं है जितना विधायक सोचते हैं, इसलिए जनता की जेब पर बोझ डालने वाले मुद्दों पर खुलकर बात होनी चाहिए थी।
असंध को फिर से निराश किया गया गोगी ने अंत में कहा कि मुख्यमंत्री का असंध आना अच्छी बात थी, लेकिन उन्होंने कोई ठोस घोषणा नहीं की। ना असंध को जिला बनाया गया, ना स्टेडियम या अस्पताल पर कुछ कहा गया। हुडा सेक्टर पर भी भ्रम बना दिया गया। उन्होंने कहा कि सिर्फ भाषणों से असंध का विकास नहीं होगा, जमीनी स्तर पर फैसले लेने होंगे। बीजेपी सरकार को अब जनता के असली सवालों के जवाब देने होंगे।