किशनगंज रेलवे स्टेशन पर रविवार को एक बड़ी लापरवाही सामने आई। बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण एक परिवार लिफ्ट में फंस गया। लिफ्ट में एक दंपती और उनके तीन छोटे बच्चे करीब 20 मिनट तक कैद रहे। बिजली गुल होते ही न तो बैकअप जनरेटर चालू हुआ और न ही कोई इमर
.
बताया गया कि घटना उस वक्त घटी जब परिवार स्टेशन की लिफ्ट से प्लेटफॉर्म बदल रहा था। अचानक बिजली चली गई और जनरेटर फेल हो गया। इससे लिफ्ट बीच में ही रुक गई। शुरुआत में परिवार ने धैर्य बनाए रखा, लेकिन समय बीतने के साथ बच्चों की हालत बिगड़ने लगी और घबराहट बढ़ गई।
रिश्तेदारों को फोन से दी गई जानकारी
लिफ्ट में फंसे दंपती ने किसी तरह मोबाइल नेटवर्क के माध्यम से अपने रिश्तेदारों को कॉल कर घटना की जानकारी दी। इसके बाद रेलवे स्टेशन प्रबंधन को सूचना दी गई, जिसके बाद हड़कंप मच गया।
स्टेशन प्रशासन की तत्परता से टली अनहोनी
स्टेशन प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही इलेक्ट्रिक फोरमैन को मौके पर भेजा गया। रेलवे कर्मचारियों ने तकनीकी प्रयासों के जरिए लिफ्ट को मैनुअली ओपन किया और परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला गया। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
भविष्य के लिए रेलवे ने उठाए कदम
इस घटना को लेकर रेलवे प्रशासन ने AMC (एनुअल मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट) से जुड़े अधिकारियों से संपर्क किया है। लिफ्ट में ऑटोमैटिक रिलीज सिस्टम लगाने पर विचार किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
घटना के बाद यात्रियों में नाराजगी देखी गई। उनका कहना है कि स्टेशन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर लिफ्ट की नियमित जांच और बैकअप सिस्टम की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।