कुल्लू में अधिकारियों की बैठक लेती उपायुक्त
कुल्लू जिला प्रशासन ने भारत-पाक सीमा पर बनी स्थिति को देखते हुए तैयारियों की समीक्षा की। उपायुक्त तोरुल एस. रविश की अध्यक्षता में हुई बैठक में आपातकालीन स्थिति से निपटने की रणनीति बनाई गई।
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उपायुक्त तोरुल ने बताया कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए 24×7 कंट्रोल रुम स्थापित किया गया है। नागरिक किसी भी आपात स्थिति की सूचना प्रशासन को दे सकते हैं।
कुल्लू अंतरराष्ट्रीय सीमा से दूर है। उपायुक्त ने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। जिले में मेले, शादियां और अन्य गतिविधियां सामान्य रूप से जारी रहेंगी। शिक्षण संस्थान भी नियमित रूप से खुले रहेंगे। जिला अस्पताल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जरूरी दवाएं, ऑक्सीजन सिलेंडर और रक्त भंडार की व्यवस्था की गई है। आपातकालीन शरण स्थलों पर भोजन, पानी और दवाइयों की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है।
बैठक में मौजूद अफसर
अधिकारियों-कर्मचारियों को आफिस में बने रहने के निर्देश
उन्होंने बताया कि सभी विभागों के अधिकारियों/ कर्मचारियों को सतर्क और अपने कार्यस्थल पर बने रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जिला में सरकारी वाहनों के चालकों को आपात स्थिति में अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि पुलिस व सुरक्षा बलों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है, और हाइड्रो प्रोजेक्ट्स व बांधों जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त बढ़ा दी गई है।
उन्होंने कहा कि जनमानस से अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल प्रशासन द्वारा जारी आधिकारिक सूचनाओं पर विश्वास करने की अपील की गई है। उन्होंने लोगों से संयम और शांति बनाए रखने तथा प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है। उन्होंने रात्रि में घर की लाइट्स बंद रखने और सोलर लाइट्स को गहरे रंग के कपड़े या बोरी से ढकने के निर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने लोगों से अनावश्यक रूप से राशन, पेट्रोल व एलपीजी का भंडारण नहीं करने भी अपील की है। इसके साथ हीं फायर सर्विस, एम्बुलेंस, सायरन सिस्टम व सैटेलाइट फोन को सक्रिय मोड पर रखने के आदेश दिए गये हैं।
बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अश्वनी कुमार, उप मंडलाधिकारी विकास शुक्ला, जिला राजस्व अधिकारी गणेश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नागराज समेत अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।