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Bhukund Bhairavnath Kapat: बाबा केदारनाथ के बाद भुकुंट भैरवनाथ के भी कपाट खोल दिए गए हैं. भुकुंट भैरवनाथ के दर्शन करने के बाद ही बाबा केदारनाथ धाम की यात्रा पूरी होती है. भगवान शिव के सिद्ध मंदिर जहां भी हैं, व…और पढ़ें
केदारनाथ धाम के बाद भुकुंट भैरवनाथ के खुले कपाट
उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के रक्षक यानी क्षेत्रपाल भुकुंट भैरवनाथ के कपाट शनिवार को विधि-विधान और पूजा-अर्चना के बाद खुल गए हैं. केदारनाथ के कपाट एक दिन पहले, 2 मई को खोले गए थे. लंबे समय से चली आ रही परंपरा के अनुसार, केदारनाथ के कपाट खुलने के तुरंत बाद आने वाले पहले मंगलवार या शनिवार (जो भी पहले आए) को भैरवनाथ के कपाट खोले जाते हैं. इसके बाद केदारनाथ धाम में होने वाली आरतियों के साथ ही प्रसिद्ध संध्या आरती भी शुरू हो जाती है. देश में जहां जहां भगवान भोलेनाथ के सिद्ध मंदिर होते हैं, वहां वहां कालभैरव के मंदिर अवश्य होते हैं. आइए जानते हैं भुकुंट भैरवनाथ के बारे में…
हवन-यज्ञ के बाद खोले गए कपाट
भुकुंट भैरवनाथ को केदारनाथ का रक्षक कहा जाता है. भगवान शिव के भक्तों में भैरव नाथ सबसे शक्तिशाली हैं. शनिवार को भैरव नाथ के कपाट खोलते समय केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी बागेश लिंग और हक-हकूकधारियों और पुजारियों की मौजूदगी में यज्ञ-हवन, पूजा-अर्चना की गई और भैरव नाथ के पश्वा पर देवता अवतरित हुए तथा यात्रा की कुशलता का सभी को आशीर्वाद दिया. बाबा केदारनाथ के दर्शन करने के बाद भक्त भुकुंट भैरवनाथ के दर्शन करते हैं और फिर उनकी यात्रा पूरी मानी जाती है.
भुकुंट भैरवनाथ के पास होती है सुरक्षा की जिम्मेदारी
भुकुंट भैरवनाथ बाबा को केदारनाथ धाम का पहला रावल माना जाता है और यहां के क्षेत्रपाल भी हैं. बाबा भैरवनाथ का मंदिर केदारनाथ धाम के आधा किमी की दूरी पर दक्षिण दिशा में स्थित है. यहां बाबा भैरवनाथ की मूर्ति खुले में रखी गई है और शीतकाल के समय केदारनाथ धाम मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी भुकुंट भैरवनाथ के पास ही होती है. भगवान केदारनाथ की चल विग्रह डोली धाम को रवाना होने से पहले भगवान भैरवनाथ की पूजा करने का विधान है, बिना पूजा के डोली को धाम को रवाना नहीं होती.
श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिला
बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे. कपाट खुलने के बाद पहले ही दिन यानी शुक्रवार को दर्शनों को लेकर श्रद्धालुओं का भारी उत्साह देखने को मिला. पहले दिन रिकॉर्ड 30,154 तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए. बाबा केदारनाथ के शुक्रवार शाम सात बजे तक 19,196 पुरुष, 10,597 महिलाएं और 361 बच्चों सहित कुल 30,154 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए.
रविवार को खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
केदारनाथ धाम, चारधाम यात्रा का अहम हिस्सा है. हर वर्ष यहां भारी संख्या में श्रद्धालु आकर बाबा केदार के दर्शन करते हैं. इस वर्ष यात्रा के पहले ही दिन से श्रद्धालुओं में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. इससे पहले, अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर यमुनोत्री धाम के कपाट खोले गए थे. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद रहे थे और ब रविवार को बद्रीनाथ धाम के कपाट भी खुल जाएंगे.