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के. कविता बोलीं-भाई KTR उन्हें पार्टी से निकालना चाहते हैं: कहा- मेरे पिता भगवान हैं, लेकिन उनके आसपास शैतान जैसे लोग हैं


हैदराबाद16 मिनट पहले

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कविता ने कहा कि KTR उन्हें पार्टी से अलग करने और BRS को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में मिलाने की कोशिश कर रहे हैं।

भारत राष्ट्र समिति (BRS) की नेता और विधान परिषद सदस्य के कविता ने गुरुवार को अपने भाई और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (KTR) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कविता ने कहा कि KTR उन्हें पार्टी से अलग करने और BRS को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में मिलाने की कोशिश कर रहे हैं।

कविता ने यह बयान पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कुछ हफ्ते पहले अपने पिता और BRS प्रमुख के. चंद्रशेखर राव (KCR) को एक निजी पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी के अंदर साजिशें हो रही हैं। कविता का कहना है कि ये चिट्ठी पार्टी के कुछ लोगों ने जानबूझकर लीक कर दी।

कविता ने कहा, ‘KCR जी भगवान हैं, लेकिन उनके आसपास कुछ शैतान जैसे लोग हैं, जो बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं KCR की बेटी हूं। जब मेरी निजी चिट्ठी ही लीक हो सकती है, तो बाकी लोगों की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।’ उन्होंने ये भी साफ किया, ‘मेरे लिए सिर्फ KCR ही नेता हैं, मैं किसी और के नेतृत्व में काम नहीं करूंगी।’

कविता बोलीं- KCR भगवान हैं, लेकिन उनके आसपास शैतान हैं

कविता ने यह भी कहा कि मैंने चिट्‌ठी में अपने पिता से कहा था कि हाल ही में पार्टी की सिल्वर जुबली कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जो भाषण दिया था, वह भाजपा के खिलाफ मजबूत रुख नहीं दिखाता।

उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई बार अपनी बातें मैंने चिट्ठियों के जरिए ही रखी थीं। मैंने कहा था कि साजिशें हो रही हैं। अब जब मेरी अंदरूनी चिट्ठी पब्लिक हो गई है, तो सभी को सोचने की जरूरत है कि पार्टी में क्या हो रहा है।

कविता बोलीं- मेरी जगह भाई को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया गया

उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी में वर्किंग प्रेसिडेंट बनाए जाने की मांग को भी नजरअंदाज किया गया और KTR को यह पद दे दिया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि पार्टी में उनकी भूमिका को जानबूझकर सीमित किया जा रहा है।

के कविता ने बिना नाम लिए अपने KTR पर तंज कसते हुए कहा कि जब वह पिछले साल मार्च से अगस्त तक दिल्ली शराब नीति मामले में जेल में थीं, तब पार्टी के कुछ लोगों ने BRS को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में मिलाने की कोशिश की थी, जिसका उन्होंने सख्त विरोध किया था।

कविता को पार्टी से साइडलाइन किए जाने का भी संदेह

सूत्रों के अनुसार, कविता इस बात से भी नाराज हैं कि जब उन्हें दिल्ली शराब नीति घोटाले में फंसाया गया और जेल भेजा गया, तब BRS ने सोशल मीडिया पर उनके पक्ष में कोई सहानुभूति नहीं जताई। इसके अलावा, पार्टी की सिल्वर जुबली के मौके पर वारंगल में सिर्फ KCR और KTR के पोस्टर लगाए गए, जिससे कविता को यह संकेत मिला कि उन्हें पार्टी से अलग किया जा रहा है और KTR को अगला प्रमुख नेता प्रोजेक्ट किया जा रहा है।



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