यूनियन के अध्यक्ष आनंदमय पाल ने बताया कि झारखंड में कोयला खनन से विस्थापन और प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ रही है।
धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस ने विस्थापन और प्रदूषण के खिलाफ धरना दिया। यूनियन के अध्यक्ष आनंदमय पाल ने बताया कि झारखंड में कोयला खनन से विस्थापन और प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ रही है।
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आनंदमय पाल के अनुसार, झारखंड के गठन तक करीब 15 लाख परिवारों का विस्थापन हुआ। इससे लगभग 60 लाख लोग प्रभावित हुए। विस्थापितों में ज्यादातर आदिवासी और पिछड़े वर्ग के लोग हैं। इन्हें भूमि अधिग्रहण का उचित मुआवजा और पुनर्वास नहीं मिला।
प्रदूषण ने स्थिति और बिगाड़ दी है
सिंदरी, कतरास, निरसा, मैथन और झरिया में लोग विस्थापन की समस्या झेल रहे हैं। कोयला परिवहन से होने वाले प्रदूषण ने स्थिति और बिगाड़ दी है। कोयले की धूल से लोग श्वास रोग और टीबी से पीड़ित हो रहे हैं। स्थानीय पर्यावरण भी प्रभावित हो रहा है।
प्रदर्शनकारियों ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि मांगें न मानी गईं तो आने वाले दिनों में बड़े प्रदर्शन किए जाएंगे।