गया-कोडरमा रेलखंड पर रविवार रात कोलकाता-जम्मू तवी एक्सप्रेस के पहिए में अचानक आग लग गई। आग की लपटें देखकर यात्रियों के बीच हड़कंप मच गया। जानकारी मिलते ही तुरंत ट्रेन को रोका गया। आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
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इस दौरान यात्री सामान लेकर ट्रेन से उतरकर भागने लगे। किसी तरह से स्थिति को संभाला गया। घटना टनकुप्पा और पहाड़पुर स्टेशन के बीच है। करीब आधे घंटे तक गाड़ी टनकुप्पा स्टेशन पर रूकी रही। आग बुझाने के बाद गाड़ी को रवाना किया गया।
जानकारी के मुताबिक स्लीपर कोच एस-1 के पहिए में ब्रेक बाइंडिंग के घर्षण से आग लगी थी। टनकुप्पा स्टेशन प्रबंधक लाल बहादुर पासवान की नजर धुंए की लपटों पर पड़ी तो वे तुरंत हरकत में आए। स्टेशन पर मौजूद अग्निशमन उपकरणों और आरपीएफ की मदद से आग बुझाने में जुट गए।
ट्रेन के पहिए में लगी थी आग।
आनन-फानन में यात्रियों को बाहर निकाला गया
स्टेशन मास्टर राहुल रंजन ने बताया कि ट्रेन को शाम 8:09 बजे अप लूप लाइन में खड़ा किया गया था, ताकि वंदे भारत एक्सप्रेस को पास दिया जा सके। वंदे भारत का इंतजार किया जा रहा था। इस दौरान कोच के नीचे से धुआं निकलने लगा। आनन-फानन में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को बुलाया गया। कोच में बैठे यात्रियों को पहले बोगी से बाहर निकाला गया फिर उन्हें दूसरी बोगी में तुरंत शिफ्ट किया गया। सभी यात्री सुरक्षित हैं।
बड़ा हादसा टला
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आग लगे कोच को गया स्टेशन तक खाली भेजा गया। बाकी कोचों को निरीक्षण के बाद रवाना कर दिया गया। रेलवे अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि घटना के कारणों की विस्तृत जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। नाम नहीं छापने की शर्त पर कर्मियों ने बताया कि गनीमत रही कि यह हादसा उस समय हुआ जब ट्रेन रुकी हुई थी। अगर चलती ट्रेन में आग लगती, तो स्थिति बर्निंग ट्रेन की तरह भयावह हो सकती थी।