कौशांबी के जिला स्टेडियम में पिछले डेढ़ साल से जिम्नैस्टिक्स कोच नहीं है। कभी यहां 15 से अधिक बच्चे नियमित प्रैक्टिस किया करते थे, लेकिन अब केवल आठ खिलाड़ी ही आ रहे हैं। इनकी संख्या भी धीरे-धीरे कम हो रही है। यह केवल वर्क-आउट कर स्टेडियम से घर लौट जा
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आइए जानते हैं पूरा मामला…
स्टेडियम में जिम्नैस्टिक्स के खिलाड़ियों की भीड़ लगी रहती थी। यहां 15 बच्चे नियमित प्रशिक्षण के लिए आते थे। चार बच्चे ऐसे थे जो नियमित नहीं आ पाते थे। 2021 से पहले यहां कोच के रूप में तैनात रहे रतन कुमार का तबादला हो गया था। जिसके बाद खिलाड़ियों की रुचि को देखते हुए प्रोत्साहन समिति ने रोहित कुमार को जिम्नैस्टिक्स कोच के रूप में तैनात किया था।
करीब डेढ़ साल पहले प्रोत्साहन समिति ने बजट के अभाव में रोहित को भी हटा दिया। इसके बाद से खिलाड़ी इस आस में स्टेडियम आ रहे हैं कि एक न एक दिन कोच यहां जरूर आएंगे। कोच नहीं होने के कारण खेल से जुड़ी किट भी ताले में बंद कर दी गई है। अब खिलाड़ी केवल वर्क-आउट कर घर लौट जाते हैं।
जिम्नैस्ट अंतिम देवी ने बताया, खेल में रुचि है लेकिन कोच नहीं होने के कारण प्रैक्टिस नहीं हो पा रही है। केवल वर्क-आउट कर रहे हैं। जब कोच आएंगे तो आगे की प्रैक्टिस होगी।खिलाड़ी रोशनी देवी ने बताया, केवल छह महीने ही प्रैक्टिस हो पाई थी औ कोच को हटा दिया गया। अब दूसरे कोच आएंगे। इसी इंतजार में रोज यहां आकर प्रैक्टिस करते हैं।
खेल अधिकारी रवि कुमार शर्मा के अनुसार खिलाड़ियों की ओर से मिले मांगपत्र को निदेशालय भेजा गया है। अभी कोच के आने की संभावनाएं नहीं है। जैसे ही नए लोगों की तैनाती होगी। उसके बाद ही किसी को भेजा जा सकता है।