सबसे ज्यादा 226 शिकायत सोशल मीडिया फ्रॉड की आईं
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राजधानी भोपाल के लोगों से बीते 5 महीनों में 11.37 करोड़ रुपए ठगे जा चुके हैं। साइबर क्राइम विंग का रिकॉर्ड बताता है कि सबसे ज्यादा 226 शिकायत सोशल मीडिया फ्रॉड की आईं। साल 2024 के मुकाबले इस साल डिजिटल अरेस्ट की शिकायतें कम हुई हैं।
जो शिकायतें आईं, उनमें जागरूकता के चलते ठग अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके। इन पांच महीनों में सबसे ज्यादा रकम 3.25 करोड़ रुपए शनिवार के दिन ठगी गई। रविवार को हुई ठगी की रकम मिला लें तो यह आंकड़ा 4.25 करोड़ रुपए से ज्यादा पहुंचता है।
साइबर टीम का कहना है कि शनिवार और रविवार यानी दो दिन बैंक बंद रहते हैं। ऐसे में ठगी गई रकम ब्लॉक कराना मुश्किल हो जाता है। सोमवार को बैंक खुलने पर फ्रीज की कार्रवाई होती है। तब तक अधिकतर रकम खातों से निकाली जा चुकी होती है।
भोपाल में साइबर ठगों का कहर : 5 महीनों में कुल 458 ठगी की शिकायतें
निवेश कराने के नाम पर लोगों को फंसा रहे
बीते 5 महीनों में कुल 458 ठगी की शिकायतें आईं। इसमें सबसे ज्यादा 226 सोशल मीडिया फ्रॉड की हैं। लिंक भेजकर जो ठगी होती है, वो सोशल मीडिया फ्रॉड में आती हैं। निवेश कराने के नाम पर लोगों को फंसाया जा रहा है। साइबर विंग के आंकड़े बताते हैं कि यूपीआई फ्रॉड की 49, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड की 43, कार्ड फ्रॉड की 35, जॉब फ्रॉड की 14 और डिजिटल अरेस्ट की 12 शिकायत आ चुकी हैं।
मध्य प्रदेश से पकड़े गए सबसे ज्यादा ठग
5 महीनों में साइबर क्राइम विंग देशभर से 81 ठगों को गिरफ्तार कर चुकी है। सबसे ज्यादा 38 आरोपी मध्यप्रदेश से पकड़े गए। महाराष्ट्र से 9, उप्र से 8, पश्चिम बंगाल और दिल्ली से 6-6, गुजरात से 5, राजस्थान और छग से 3-3, झारखंड से 2 और पंजाब से एक आरोपी गिरफ्तार किया गया। इनमें ठगी करने वाले और किराए पर खाते देने वाले आरोपी शामिल हैं।
नोट– आंकड़े 1 जनवरी से 30 मई तक साइबर क्राइम विंग के मुताबिक।
डिजिटल अरेस्ट में कमी आई
^2024 के मुकाबले 2025 में डिजिटल अरेस्ट के मामले कम हुए हैं। जागरूकता अभियान से ऐसा हुआ है। इस बार मप्र से सबसे ज्यादा गिरफ्तारी हुई हैं। साइबर विंग लगातार कार्रवाई कर रही है। – शैलेंद्र सिंह चौहान, एडिशनल डीसीपी क्राइम