अभी बिल्डिंग है जर्जर, मैदान में जगह-जगह गड्ढे
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गर्दनीबाग स्थित संजय गांधी स्टेडियम मिनी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनेगा। यहां राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप सुविधाएं देने की तैयारी है। इसके लिए पहले से बना प्लान फिर से रिवाइज हो रहा है। फिलहाल पहले से उपलब्ध 10 एकड़ जमीन के अलावा और कितनी भूमि के अधिग्रहण की गुंजाइश है, इसकी जांच हो रही है। स्टेडियम के आसपास की जमीन, जिसका उपयोग हो सकता है, उसको चिह्नित करने के बाद नए सिरे प्लान में बदलाव किया जाएगा। जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हस्तक्षेप के बाद प्लान को रिवाइज किया जा रहा है। इसे बड़े स्तर पर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के रूप में डेवलप करने की योजना पर काम चल रहा है। बताया जा रहा है कि यहां फुटबॉल और एथलेटिक्स के साथ क्रिकेट खेलने की भी व्यवस्था रहेगी। कुछ खेलों के जिलास्तरीय ट्रेनिंग सेंटर भी रहेंगे।
अभी बदहाल है गर्दनीबाग स्टेडियम
गर्दनीबाग स्टेडियम अभी खस्ताहाल है। बिल्डिंग जर्जर है। दर्शक दीर्घा भी ध्वस्त होने के कगार पर है। मैदान में जगह-जगह गड्ढे हैं। स्टेडियम तक पहुंचना भी आसान नहीं है। सड़क भी जर्जर हो चुकी है। यह स्टेडियम साल 1982 में अस्तित्व में आया। उसके पहले यह खेल मैदान के रूप में था, जहां सुबह-शाम खिलाड़ी जुटते थे। स्टेडियम बनने के बाद हाल तक यहां फुटबॉल मैचों के आयोजन होते थे। अब छोटे क्रिकेट टूर्नामेंट होते हैं। बाकी खेल बंद हैं।
आउटडोर खेलों के लिए विकसित किया जाएगा
खेल विभाग के सूत्रों के अनुसार जमीन उपलब्ध हो गई तो इसे पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की तरह विकसित किया जाएगा। अगर उतनी जमीन नहीं मिली तो इस स्टेडियम को फुटबॉल और एथलेटिक्स समेत कई अन्य आउटडोर खेलों के लिए डेडिकेटेड स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के तौर पर विकसित किया जाएगा। निर्माण के बाद पटना में यह दूसरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स होगा। भविष्य में इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के दौरान इवेंट होंगे। पहले के प्लान में 28.66 करोड़ की लागत से विकसित करने की योजना को सरकार से स्वीकृति मिली थी।
प्लान रिवाइज हो रहा