कार्यक्रम प्रस्तुत करते बच्चे।
अपनी लोक संस्कृति की लुप्त हो रही अनमोल विरासतों को सीखने और सहेजने के संकल्प के साथ आकाश गंगा रंग चौपाल की ओर से निपनिया गांव में रंग-उमंग कार्यशाला चल रहा था। जो सम्पन्न हो गया। एक साथ 3 मंजिलें मंच पर अलग-अलग गीतों पर नृत्य करते 50 से अधिक बच्चों
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खुले आकाश और उमस भरी गर्मी के बीच गीत, नृत्य, नाटक और फाइन आर्ट की प्रस्तुति ने दर्शकों का दिल जीत लिया।
निपनियां में पहली बार बच्चों की प्रस्तुति देखते बन रही थी। झिझिया, झूमर, गोधना, जतसार जैसे गीत-नृत्य पर प्रस्तुत करती प्रतिभागी अनुप्रिया, संस्कृति, स्नेहा, मुस्कान, रूही प्रिया, आंचल, रौशनी, सिमरन, स्वीटी, सुप्रिया, जयश्री, तनुश्री, सुगम, संध्या राज, अंजली, आरुषि, पूनम, प्रियांशी, स्मृति, अर्पिता ने मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में छोटे बच्चों की प्रस्तुति।
शास्त्रीय गायन में खूब बटोरी तालियां
ओडिसी नृत्य मंगलाचरण में बच्चों ने अपने ताल और आंगिक संचालन से अमिट छाप छोड़ दी। नाटक में मोबाइल और फास्टफूड को लेकर बच्चों पर हो रहे प्रभाव को सुंदर रूप से दिखाया गया। खासकर के नाटक में राहुल कुमार, रोहन कुमार, अर्णव, रविरंजन कुमार ने शानदार अभिनय किया।
ललित कला में शुभांगी, अंकुश की कलाकृतियां सबके मन को भाती रही। गीत-संगीत में अभिलाषा, आरुषि वर्मा, भारती, सृष्टिवाला ने अपनी गायिकी से दिल जीत लिया। मानव ने शास्त्रीय गायन में अपने पिता मिथिलेश कुमार के साथ संगत करते हुए खूब तालियां बटोरी।
नृत्य की प्रस्तुति।
इन्होंने कार्यक्रम का किया उद्घाटन
इसके पहले कार्यक्रम का उद्घाटन एसएन आजाद, जिला कला संस्कृति पदाधिकारी श्याम कुमार सहनी, बीहट के उपमुख्य पार्षद ऋषिकेश कुमार, डॉ. हेमंत कुमार, प्रो. जेपी शर्मा, नगर परिषद कुमार, रंगकर्मी सारिका, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल कुमार और बच्चों की पाठशाला के रौशन कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यक्रम का संयोजन और संचालन डॉ. कुंदन कुमार ने किया। अतिथियों का स्वागत सचिव गणेश कुमार और स्थानीय नगर पार्षद कुमार गौतम ने किया।