गुरुग्राम पुलिस ने पूजा की हत्या के मामले में आरोपी मुश्ताक अहमद को पकड़ा है। वह छह दिन की रिमांड पर है।
हरियाणा के गुरुग्राम में लिव इन पार्टनर पूजा मर्डर केस में आरोपी मुश्ताक उर्फ अजीत पुलिस की 6 दिन की रिमांड पर है। गुरुग्राम पुलिस उसे लेकर उत्तराखंड पहुंच गई है, जहां नंदा नहर में पूजा के सिर की तलाश की जा रही है। उत्तराखंड की लोकल पुलिस से भी मदद ल
.
इसी नहर के पास मुश्ताक ने अपनी लिव इन पार्टनर पूजा की गर्दन को धड़ से काट कर अलग कर दिया था। इसके बाद उसने गर्दन को प्लास्टिक के कट्टे में बांध कर नहर में बहा दिया। जबकि, धड़ को गठरी में बांधकर पुल के नीचे फेंक गया। गुरुग्राम पुलिस ने मुश्ताक को गिरफ्तार कर उसका धड़ तो बरामद कर लिया, लेकिन सिर नहीं मिला था।
30 अप्रैल को पुलिस ने आरोपी मुश्ताक अहमद को गिरफ्तार किया था।
यहां सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें पूरा मामला…
हिंदू नाम बताकर प्रेमजाल में फंसाया, लिव इन में रहे उत्तराखंड के सितारगंज के गौरीखेड़ा निवासी मुश्ताक अहमद और नानकमत्ता की बंगाली कॉलोनी निवासी पूजा की साल 2022 में पहली बार मुलाकात रुद्रपुर रोडवेज बस में हुई। उसने अपना नाम अजीत बताकर पूजा को प्रेमजाल में फंसाया। उसकी बीमार मां को देखने के लिए कई बार अपनी टैक्सी से भी ले गया। इसके बाद दोनों गुरुग्राम में लिव इन में रहने लगे। यहां मुश्ताक ने दोनों के साथ रहने से किसी को दिक्कत ना हो तो दिखावे के लिए सितंबर 2024 में शादी भी कर ली।
एक माह बाद ही पूजा को धोखा देकर दूसरी शादी की पूजा से शादी के एक माह के बाद ही मुश्ताक अक्टूबर 2024 में अपने घर सितारगंज चला गया और रिश्तेदारी में ही एक मुस्लिम लड़की से निकाह कर लिया। इसका राज न खुले, इसके लिए वह काम होने की बात कहकर कभी गुरुग्राम और कभी सितारगंज आता जाता रहता था। इसका पता पूजा को लगा तो वह मुश्ताक के घर आ गई और हंगामा किया। यहां पंचायत बुलाई गई, जिसमें परिवार ने दोनों को घर से जाने के लिए कह दिया। इसके बाद मुश्ताक ने पूजा की हत्या की प्लानिंग की।
घुमाने के बहाने उत्तराखंड लाया और काट दी गर्दन पुलिस के मुताबिक, मुश्ताक 15 नवंबर 2024 को पूजा को अपनी बहन के घर खटीमा ले गया। यहां से 16 नवंबर को पूजा को घुमाने के लिए जिला उधम सिंह नगर में नंदा नहर के पास सुनसान जगह ले उसकी हत्या कर दी। पूजा ने जान की भीख मांगी, लेकिन मुश्ताक तब तक उसकी गर्दन पर वार करता रहा, जब तक वह धड़ से पूरी तरह अलग नहीं हो गई। इसके बाद मुश्ताक ने सिर को प्लास्टिक के थैले में बंद किया और पानी में बहा दिया। वह इस बात से निश्चित था कि यदि पुलिस को शव मिल भी जाए तो उसका सिर न होने की वजह से उसकी पहचान कभी नहीं होगी।
पुलिस को इस नंदा नहर के पुल के पास गठरी में बंधा मिला था पूजा का धड़। फाइल फोटो
बहन ने दर्ज कराई गुमशुदगी, मुश्ताक का नाम सामने आया पूजा के लापता होने के बाद उसकी बहन पूर्णिमा 19 दिसंबर 2024 को गुरुग्राम पहुंची और सेक्टर-5 थाना पुलिस को उसकी लापता होने की शिकायत दी। पुलिस ने पूजा की कॉल डिटेल्स निकाली तो मुश्ताक का नंबर मिला, जिससे उसकी लगातार बात हो रही थी। टीम उत्तराखंड भेजकर मुश्ताक का पता किया तो मालूम चला की वह फरार है। पुलिस ने उसकी कुंडली खंगाली तो पता चला कि वह नाम बदलकर पूजा के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहा था। उसकी और पूजा की आखिरी लोकेशन एक ही थी।
साढ़े 5 माह बाद पकड़ा गया, धड़ बरामद कराया गुरुग्राम पुलिस लगातार मुश्ताक की तलाश कर रही थी, लेकिन उसका पता नहीं चल रहा था। इस मामले में उत्तराखंड पुलिस की भी मदद ली। आखिर में साढ़े 5 महीने बाद मुखबीर की सूचना पर पुलिस ने मुश्ताक को उसके गौरीखेड़ा गांव से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि वह पुलिस से बचने के लिए कभी कर्नाटक तो कभी नेपाल चला जाता था। 30 अप्रैल को उसने उत्तराखंड से पूजा की सिर कटी लाश बरामद करा दी। पूजा के भाई आशीष विश्वास ने दुपट्टे और कपड़ों से शव उसकी बहन का ही होने की पुष्टि की।
पूजा का सिर इसलिए तलाश रही पुलिस गुरुग्राम थाना प्रभारी का कहना है कि पूजा का शव भी काफी गली सड़ी हालत में था। शव का डीएनए करवाया जाएगा, इसलिए शव को हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। आरोपी की 6 दिन की रिमांड मिली है। उसकी निशानदेही पर पुलिस पूजा का सिर तलाश करने का प्रयास कर रही है। एक टीम उत्तराखंड भेजी गई है। यह टीम पूजा का सिर को तलाशने के लिए गुरुग्राम पुलिस उत्तराखंड की पुलिस के साथ दोबारा सर्च अभियान चलाएगी।
कहना है कि सिर तलाशना पुलिस के लिए इसलिए भी अहम है, क्योंकि उससे महिला के शव की पहचान पुख्ता हो जाएगी, जो कोर्ट में आरोपी मुश्ताक अहमद को सजा दिलवाने में बड़ा सबूत बनेगा। वहीं, कोर्ट से पुलिस को आरोपी का 6 दिन का रिमांड मिल गया है।
मुश्ताक के लिए फांसी की सजा की मांग करते परिजन। फाइल फोटो
परिजन बोले- बेटी की कमाई पर ऐश करता था मुश्ताक, फांसी हो पूजा की बहन पूर्णिमा का आरोप है कि मुश्ताक ने उसकी बहन से शुरुआत से झूठ बोला। नाम बदलकर संबंध बनाए। लोगों को शक न हो, दिखावे के लिए शादी तक कर ली। इस शादी के एक बाद ही अपने गांव जाकर दूसरी लड़की से शादी कर ली। आरोप लगाया कि मुश्ताक उसकी बहन की कमाई से ऐश करता था। उसने जिंदगी भर साथ रहने का वादा कर सितारगंज में एक प्लाट और बाइक भी पूजा के पैसों से खरीदी थी। उसकी बहन निर्मम हत्या करने वाले को फांसी की सजा मिले।