गोरखपुर में बलवंत सिंह की 33 साल की पत्नी अंकिता सिंह का शव घर के अंदर संदिग्ध हालत में मिला। मामला खजनी इलाके के छपियां गांव में बुधवार शाम की है। महिला की मौत को लेकर जहां ससुराल वाले इसे आत्महत्या बता रहे हैं, वहीं मायके पक्ष ने सीधे-सीधे हत्या का
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अंकिता की मौत की खबर फैलते ही गांव में सैकड़ों की भीड़ जुट गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौत के कारणों की जांच की जा रही है, लेकिन मायके वालों ने साफ कहा है कि यह खुदकुशी नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है।
मायके वालों ने लगाया जहर देकर मारने का आरोप
मृतका के बड़े भाई अजय सिंह, जो सलेमपुर थाना क्षेत्र के विराज मार्ग (देवरिया) के रहने वाले हैं, का कहना है कि उनकी बहन की शादी करीब 12 साल पहले हिंदू रीति-रिवाज से बलवंत सिंह से हुई थी। दोनों के दो बच्चे हैं—11 साल की बेटी रिया और 8 साल का बेटा उज्जवल।
अजय सिंह ने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही बहन के साथ मारपीट और प्रताड़ना होती रही। कुछ समय पहले बलवंत सिंह ने दूसरी शादी कर ली, जिससे घर में तनाव और बढ़ गया था। दूसरी पत्नी बड़हलगंज क्षेत्र की रहने वाली है और सूत्रों की मानें तो वह भी अक्सर छपियां के घर आती रहती थी।
भाई अजय का कहना है कि बलवंत और उसके परिवारवालों ने मिलकर अंकिता को जहर देकर मारा है और अब आत्महत्या का झूठा बहाना बनाया जा रहा है।
ग्रामीणों ने भी जताई पारिवारिक विवाद की आशंका
स्थानीय लोगों के मुताबिक, बुधवार शाम करीब 5 बजे महिला की हालत बिगड़ने की सूचना फैली। जब तक गांव के लोग कुछ समझ पाते, महिला की मौत हो चुकी थी। कई ग्रामीणों ने बताया कि घर में लंबे समय से विवाद चल रहा था और अंकिता अक्सर मायके में रहना चाहती थीं।
खजनी थाना प्रभारी ने बताया कि महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। दोनों पक्षों के आरोपों की जांच की जा रही है और पति व ससुराल पक्ष से पूछताछ भी शुरू हो गई है।