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Vastu Tips for Mirror : घर की दिशा बदलना मुश्किल हो सकता है, लेकिन मिरर के सही इस्तेमाल से आप उसकी ऊर्जा को ज़रूर बदल सकते हैं. बस ज़रूरत है थोड़ी समझदारी और सही दिशा में एक छोटा-सा कदम उठाने की.
आईने से जुड़े वास्तु टिप्स
हाइलाइट्स
- घर की एंट्रेंस ऊर्जा का मुख्य स्रोत होती है.
- W1 या W2 दिशा में एंट्रेंस नकारात्मक मानी जाती है.
- मिरर से वर्चुअल एंट्रेंस बनाकर दिशा की ऊर्जा बदली जा सकती है.
Vastu Tips for Mirror : घर की मुख्य एंट्रेंस केवल आने-जाने का रास्ता नहीं होती, बल्कि यह ऊर्जा के प्रवेश का सबसे बड़ा स्रोत होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, जिस दिशा में घर की एंट्रेंस होती है, उसका सीधा असर वहां रहने वालों की सेहत, धन और कामयाबी पर पड़ता है. कुछ दिशाएं ऐसी होती हैं जो घर में नकारात्मकता लाती हैं, जबकि कुछ दिशा की एंट्रेंस पॉजिटिव ऊर्जा को खींचती है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं इंदौर निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह.
वास्तु में आईने का इस्तेमाल केवल सजावट के लिए नहीं होता, बल्कि यह दिशा और ऊर्जा को सुधारने का एक असरदार ज़रिया भी होता है. अगर आपके घर की एंट्रेंस W1 या W2 में है और आप उसमें बदलाव नहीं कर सकते, तो वर्चुअल एंट्रेंस बनाना एक आसान और असरदार उपाय हो सकता है.
इसका तरीका यह है कि आप ऐसी जगह पर मिरर लगाएं जहां W3 या W4 की दिशा का आभास हो सके. उदाहरण के लिए, अगर आपके घर की दीवार या कोई कोना W3 की ओर है, तो वहां एक बड़ा मिरर इस तरह लगाएं कि वो दरवाज़े के ठीक सामने दिखाई दे. इससे वर्चुअली ऐसा प्रतीत होगा जैसे आपके घर की एंट्रेंस शुभ दिशा में है.
आईना लगाना जितना आसान लगता है, उससे कहीं ज़्यादा ध्यान देने वाला काम है. अगर मिरर गलत दिशा में या गलत एंगल पर लगाया गया, तो इसका असर उल्टा भी हो सकता है. जिस एंट्रेंस को पॉजिटिव करना चाह रहे थे, वह और ज़्यादा नेगेटिव असर देने लगती है.
इसलिए मिरर लगाते समय कुछ बातें ज़रूर ध्यान में रखें-
-मिरर हमेशा साफ-सुथरा और बिना दरार वाला होना चाहिए.
-अगर दीवार नहीं है, तो आप स्टैंडिंग मिरर का इस्तेमाल कर सकते हैं.
-मिरर का फ्रेम हल्का और सादा रखें, ताकि फोकस ऊर्जा पर रहे.
-मिरर की पोजिशन इस तरह हो कि वो बाहर की पॉजिटिव दिशा को दिखाए, न कि कोई बिखरी हुई या भारी चीज़ों को.