वन विभाग ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
बुरहानपुर के चांदनी असीरगढ़ मार्ग पर बाघ दिखने का मामला सामने आया है। स्थानीय लोगों ने बाघ की एक फोटो भी शेयर की है। हालांकि, वन विभाग ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
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नेपानगर एसडीओ विक्रम सूलिया ने बताया कि क्षेत्र में न तो इस तरह की कोई सूचना मिली है और न ही ट्रैप कैमरों में बाघ की कोई गतिविधि दिखी है। नेपानगर रेंजर श्रीराम पांडे ने भी बाघ की मौजूदगी से इनकार किया है। वन विभाग ने तीन महीने पहले जिले के संवेदनशील वन क्षेत्रों में ट्रैप कैमरे लगाए हैं।
नावरा रेंज में सबसे अधिक 86 कैमरे लगाए गए हैं। नेपानगर रेंज में 38, असीरगढ़ रेंज में 26 और खकनार क्षेत्र में भी कई स्थानों पर कैमरे लगाए गए हैं।
ट्रैप कैमरों में नहीं दिखा बाघ इन कैमरों का उद्देश्य वन्यप्राणियों की वास्तविक स्थिति की निगरानी करना है। लेकिन अभी तक किसी भी कैमरे में बाघ की गतिविधि दर्ज नहीं हुई है। वहीं, इस मार्ग से आने-जाने वाले लोगों का दावा है कि उन्होंने बाघ को देखा है।