नाकों की चैकिंग करते हुए डीजीपी पंजाब गौरव यादव।
त्योहारों के मद्देनजर पंजाब में अमन व शांति बनाए रखने के मकसद से शुरू किए गए रात्रि नाकों की चैकिंग करने गौरव यादव शनिवार खुद निकले। गौरव यादव ने इस दौरान चंडीगढ़ के करीब के चार जिलों मोहाली, लुधियाना, खन्ना और फतेहगढ़ साहिब में दबिश दी। उनका मकसद हाईट
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डीजीपी यादव ने इस दौरान हाईटैक नाकों और उनमें कैसे चैकिंग की जा रही है, को जांचा। इतना ही नहीं, उन्होंने नाकों पर वाहन एप का किस तरह इस्तेमाल किया जाता है, के बारे में भी जाना। लुधियाना के पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चाहल ने उन्हें जानकारी दी कि निरीक्षण के समय जब भी कोई संदिग्ध वाहन पकड़ा जाता है तो उसके वाहन की जांच के लिए डाटा वाहन एप के जरिए ही चैक किया जाता है।
गांवों व शहरों में लग रहे ठीकरी पहरों पर मौजूद आम जनता से बातचीत करते हुए डीजीपी गौरव यादव।
फेस स्कैन भी हो रहे हाईटैक नाकों पर
हाईटैक नाकों पर फेस स्कैनिंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। नाकों पर तैनात स्टाफ ने इसकी जानकारी भी डीजीपी यादव के साथ सांझा की। उन्होंने बताया कि संदिग्धों की तस्वीर लेकर उसे एप पर अपलोड कर दिया जाता है। कुछ ही मिनटों में स्कैन से जुड़ी हुई जानकारी स्क्रीन पर डिस्प्ले हो जाती है। ऐसा करके भगोड़े अपराधियों को पकड़ने में सुविधा मिलती है।
पुलिस कमिश्नर चाहल से बातचीत करते हुए डीजीपी गौरव यादव।
बाहर से आ रहे वाहनों की खास चैकिंग
एसएसपी फतेहगढ़ साहिब रवजोत ग्रेवाल ने डीजीपी यादव को बाहर से आने वाले वाहनों के बारे में जानकारियां सांझा की। एसएसपी ग्रेवाल ने बताया कि रात के समय वाहनों व बसों की भी चैकिंग की जाती है। खासकर एमपी से आने वाले वाहनों की चैकिंग होती है। बीते साल ही इल्लीगल 127 वैपन फतेहगढ़ साहिब पुलिस की तरफ से पकड़े गए थे।
जारी रहेगी चैकिंग
डीजीपी यादव ने जानकारी सांझा करते हुए बताया कि इस तरह की चैकिंग वे आने वाले दिनों में भी जारी रखेंगे। हाईटैक नाकों के साथ-साथ उनकी तरफ से गांव वालों व आम जनता की तरफ से लगाए गए ठीकरी पहरों के बारे में भी जानकारियां सांझा की गई हैं। नशे को रोकने के लिए ठीकरी पहराें की काफी अधिक सहायता मिली है।