Homeराशिफलचाहे कितना भी करीबी क्यों न हो, ये 7 बातें भूलकर भी...

चाहे कितना भी करीबी क्यों न हो, ये 7 बातें भूलकर भी न करें शेयर, वरना जीवनभर होगा पछतावा


Chanakya Neeti in Hindi: चाणक्य नीति में जीवन में सफलता और समृद्धि पाने के लिए कई अमूल्य बातें बताई गई हैं. जो वर्तमान समय में भी बेहद कारगर हैं. कई बार हम लोगों से बातचीत में इतने डूब जाते हैं कि यह भूल जाते हैं कि कौन-सी बातें हमें साझा करनी चाहिए और कौन-सी नहीं. हम अपनी निजी बातें भी दूसरों से कह बैठते हैं, जो नहीं कहनी चाहिए. बाद में यही बातें हमारे लिए मुसीबत बन जाती हैं, और पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचता. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान को अपने जीवन की कुछ बातें कभी भी किसी और से साझा नहीं करनी चाहिए ,चाहे वह कितना भी करीबी क्यों न हो. आज हम आपको ऐसी 7 बातों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आचार्य चाणक्य के अनुसार कभी किसी को नहीं बताना चाहिए.

घर-परिवार की बातें
कई लोग अपने घर की बातें दोस्तों, रिश्तेदारों या जान-पहचान वालों से साझा करते हैं. लेकिन यही बातें आगे चलकर पछतावे की वजह बनती हैं. घर की बातें बाहर बताने से घर के सदस्यों में आपसी मनमुटाव और विश्वास की कमी हो सकती है. पति-पत्नी के संबंधों की बातें भी कभी किसी को नहीं बतानी चाहिए. इससे आपकी कमजोरी सामने आती है और सुनने वाले मज़ा लेते हैं, न कि सहानुभूति दिखाते हैं.

अपनी आमदनी की जानकारी
लोग अक्सर आपकी कमाई जानना चाहते हैं. अगर आपने यह बता दिया कि आप कितना कमाते हैं, तो ज़रूरत के वक्त लोग सबसे पहले आपकी तरफ देखेंगे. पैसे न देने की स्थिति में मतभेद पैदा हो सकते हैं. और अगर आमदनी कम हो तो लोग आपका मजाक उड़ाएंगे. इसलिए अपनी आमदनी गुप्त रखना ही बुद्धिमानी है.

ये भी पढ़ें- Chanakya Neeti: पति के लिए किसी वरदान से कम नहीं होती ऐसी पत्नी, आचार्य चाणक्य ने बताई वजह

अपने अतीत की गलतियां
अपनी पुरानी गलतियों को लोगों से साझा न करें. इससे आपकी नकारात्मक छवि बनती है और लोग उसी नज़र से आपको देखते हैं. इसी तरह, अपनी भविष्य की योजनाएं भी किसी को न बताएं. अगर योजना सफल नहीं हुई, तो लोग मज़ाक बनाएंगे या जानबूझकर उसमें बाधा डालेंगे.

अपने अपमान की बातें
अगर आपको सार्वजनिक रूप से अपमान सहना पड़ा है, तो उसे प्रचारित न करें. अपमान का जवाब दें, लेकिन उसे बार-बार दोहराने से लोग आपका और मजाक उड़ाएंगे. दुनिया में सहानुभूति बहुत सीमित होती है, इसलिए अपनी बेइज्जती की बातें केवल खुद तक रखें.

मन की बात
हमारे मन में कई भावनाएं आती हैं, जैसे- ग़ुस्सा, निराशा, ईर्ष्या, या भय. लेकिन हर बात को व्यक्त करना ठीक नहीं. जो बातें आपके हित में हैं, वही कहें. मन की हर बात कह देने से लोग आपकी अच्छी बातों की अनदेखी करेंगे और केवल आपकी कमजोरी को याद रखेंगे.

दान-पुण्य की बातें
जो दान या पुण्य कार्य किया जाए, उसे गुप्त रखना चाहिए. अगर आपने दान कर दिया और उसका बखान किया, तो उसका फल नहीं मिलेगा. गुप्त दान ही सबसे श्रेष्ठ माना गया है.

ये भी पढ़ें- Chanakya Neeti: शादी के बाद पुरुषों को कभी नहीं करनी चाहिए ये गलती, वरना सबकुछ हो जाता है बर्बाद!

अपने दुख और राज की बातें
दुख और राज की बातें दूसरों को बताने से वे आपकी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं. अगर कभी आपकी उनसे दुश्मनी हो गई, तो वे बातें सबको बता सकते हैं. तब आपको बहुत पीड़ा होगी और समाज में आपकी छवि खराब हो सकती है.



Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version