Chaitra Navratri 2025 Upay: नवरात्रि एक ऐसा पावन संगम है जिसमें अगर इंसान इसे सही तरीके से अपनाए और ईश्वरीय ऊर्जा से जुड़ जाए, तो वह अपने जीवन की किसी भी बड़ी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकता है. साल में चार बार नवरात्रि आती हैं, जिनमें से दो गुप्त नवरात्र होती हैं. चैत्र नवरात्रि होली के बाद आती हैं और इस बार चैत्र नवरात्रि 2025 की शुरुआत 30 मार्च 2025 से होगी और इसका समापन 6 अप्रैल 2025 को होगा. इन शुभ दिनों में अगर आप कुछ विशेष उपाय करते हैं तो आप कई परेशानियों से मुक्ति पा सकते हैं. इस बारे में बता रहे हैं ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री रवि पाराशर.
नकारात्मक ऊर्जा के लिए उपाय
अगर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा है, तो नवरात्रि के नौ दिनों तक प्रतिदिन सिंदूर और केसर को मिलाकर गंगाजल (या किसी भी पवित्र जल) के साथ पेस्ट बनाएं और इसे घर के मुख्य द्वार पर लगाएं. यह उपाय घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाएगा और नकारात्मकता दूर करेगा.
वास्तु दोष के लिए
सुबह और शाम घर के हर कोने में भीमसेनी कपूर का धुआं दें. यह घर को पवित्र करेगा और नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करेगा. यह उपाय वास्तु दोष को दूर करने और शांति बनाए रखने के लिए अत्यधिक प्रभावी माना जाता है.
ये भी पढ़ें- Vastu Tips: घर की इस दिशा में तो आपने नहीं लगा रखा टीवी? हटा दें वरना उठाना पड़ सकता है बड़ा नुकसान!
धन संबंधी समस्याओं के लिए उपाय
आपको आर्थिक तंगी, कर्ज या धन की बरकत में कमी महसूस हो रही है तो पान का डंठल युक्त पत्ता लें उसके दोनों ओर सरसों का तेल लगाएं और इसे किसी साफ प्लेट में रखकर रातभर अपने सिरहाने रखें. सुबह उठकर इसे मां भगवती के चरणों में अर्पित करें. यह उपाय आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में सहायता करेगा.
केतु दोष दूर करने के लिए उपाय
अगर आपके जीवन में भ्रम, अवसाद या लगातार असफलता बनी हुई है तो नवरात्रि के किसी भी दिन लाल रंग का त्रिकोणीय ध्वज जिसकी किनारी सुनहरे गोटे से बनी हो मां भगवती के मंदिर में चढ़ाएं. इससे जीवन में स्थिरता आएगी और बाधाएं दूर होंगी.
राहु दोष से बचने के लिए उपाय
राहु की अशुभ स्थिति जीवन में समस्याएं उत्पन्न कर रही है, तो नवरात्रि में किसी शिव मंदिर जाएं, भगवान शिव का कच्चे दूध से अभिषेक करें और शिवलिंग पर दो लौंग अर्पित करें. इससे राहु की अशुभता कम होगी और जीवन में सकारात्मक बदलाव आएंगे.
ये भी पढ़ें- Name Personality: रिलेशनशिप में बेहद ईमानदार रहते हैं इस अक्षर के नाम वाले! गुस्सा होती है इनकी सबसे बड़ी कमजोरी
नवरात्रि का संकल्प और सफलता
नवरात्रि में केवल उपाय करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि अपने कर्मों पर भी ध्यान देना आवश्यक है. पूजा-पाठ के साथ-साथ अपने लक्ष्यों की दिशा में ईमानदारी से कार्य करें.