बुरहानपुर में इस साल टमाटर की बंपर पैदावार हुई है। मंडियों में टमाटर की आवक बढ़ने से कीमतें लगातार गिर रही हैं। आम उपभोक्ताओं को टमाटर 5-7 रुपए प्रति किलो में मिल रहा है। हालांकि, इससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है।
.
स्थिति यह है कि मंडियों में टमाटर की एक कैरेट जितने दाम में बिक रही है, उतना ही खर्च किसानों को सिर्फ तुड़ाई में लग रहा है। इस कारण कई किसानों ने टमाटर की तुड़ाई ही बंद कर दी है।
ग्राम महलगुराआरा के किसान आकाश महाजन ने बताया कि उन्होंने गेहूं और चने की परंपरागत खेती छोड़कर टमाटर की खेती शुरू की थी। पिछले सालों में उन्हें अच्छा मुनाफा हुआ, लेकिन इस साल कीमतों में भारी गिरावट से वे परेशान हैं।
महाजन ने दो एकड़ में टमाटर की खेती की है। तीन महीने में फसल तैयार हुई, लेकिन मंडी में टमाटर की कैरेट मात्र 40-50 रुपए में बिक रही है। इसमें से तुड़ाई के 38-40 रुपए प्रति कैरेट और परिवहन के 10 रुपए प्रति कैरेट खर्च होते हैं। इस तरह लागत से भी कम कीमत मिलने के कारण किसान मजबूरी में फसल को खेत में ही सड़ने के लिए छोड़ रहे हैं।
लागत से भी कम कीमत मिलने के कारण किसान मजबूरी में फसल को खेत में ही सड़ने के लिए छोड़ रहे हैं।