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टीकमगढ़ में आकाशीय बिजली गिरने से 2 लोगों की मौत: आंधी-तूफान में 200 साल पुराना बरगद का पेड़ गिरा, हनुमान मंदिर बचा रहा – Tikamgarh News


मस्तापुर गांव में बहादुर लोधी पर बिजली गिरी। इससे इनकी मौत हो गई।

टीकमगढ़ जिले में शनिवार शाम को आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। यह हादसा शाम करीब 6 बजे आंधी-तूफान के दौरान हुआ।

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मोहनगढ़ थाना क्षेत्र में 40 साल की विमला केवट खेत में काम कर रही थीं। इसी दौरान वे आकाशीय बिजली की चपेट में आ गईं।

विमला केवट खेत में काम कर रही थीं। इसी दौरान इन पर बिजली गिर गई।

दूसरी घटना मोहनगढ़ थाना क्षेत्र के मस्तापुर गांव में हुई। यहां 42 साल के बहादुर लोधी भी खेत में काम कर रहे थे। वे भी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। दोनों घायलों को रात करीब 7:30 बजे जिला अस्पताल लाया गया।

शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल में रखा गया है। सिविल सर्जन डॉक्टर अमित शुक्ला ने बताया कि सुबह दोनों का पीएम होगा। इसके बाद मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।

नगर परिषद लिधौरा में बरगद का पेड़ गिरा

नगर परिषद लिधौरा में शनिवार शाम को आंधी-तूफान का कहर देखने को मिला। वार्ड नंबर 7 स्थित बगिया के हनुमान मंदिर के पास खड़ा 200 वर्ष पुराना बरगद का पेड़ तूफान की चपेट में आकर गिर गया।

पेड़ की शाखाएं चारों तरफ बिखर गईं। लेकिन करीब 100 वर्ष पुराना हनुमान मंदिर सुरक्षित रहा। स्थानीय निवासी रघुवीर सहाय पस्तोर ने बताया कि नगर के पूर्वजों ने इसी बरगद के नीचे मंदिर का निर्माण करवाया था।

मंदिर के गर्भगृह में गिरा पेड़।

मंदिर के पुजारी रवि पाठक ने बताया कि घटना से कुछ समय पहले ही भिक्षाटन करने वाले लोग बारिश के कारण वहां से चले गए थे। आमतौर पर पेड़ के नीचे पशु भी विश्राम करते हैं, लेकिन हादसे के समय वहां कोई नहीं था। इससे कोई जनहानि नहीं हुई।

प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को शाम के समय गांव के श्रद्धालु मंदिर में भक्तमाल का पाठ करने आते हैं। घटना के दिन बारिश के कारण श्रद्धालु भी नहीं पहुंचे थे। कुछ वर्ष पूर्व इसी स्थान पर मलूक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास महाराज की सात दिवसीय कथा का आयोजन हुआ था।



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