-हैलो सर, क्या 10वीं का पेपर मिलेगा?
.
-हां, उसके लिए प्राइवेट ग्रुप में एड होना पड़ेगा।
-उसके लिए क्या करना होगा?
– एक पेपर का 499 रुपए है। सभी पेपर चाहिए तो 1800 रुपए लगेंगे। क्यूआर कोड भेज रहा हूं। पेमेंट कर दो। प्राइवेट ग्रुप में एड कर लेंगे।
– पेपर कब मिलेगा?
– एग्जाम से एक दिन पहले रात को।
एक सोशल मीडिया ग्रुप पर ये चैटिंग भास्कर रिपोर्टर और बोर्ड परीक्षाओं के पेपर बेचने का दावा करने वाले एक जालसाज की है। दरअसल, मप्र में 12वीं और 10वीं बोर्ड की एग्जाम 25 और 27 फरवरी से शुरू हो रही है। उससे पहले सोशल मीडिया पर साइबर फ्रॉड करने वाले दर्जनों ग्रुप एक्टिव हो गए हैं।
कथित रूप से लीक होने वाले पेपर को पाने की उम्मीद में इन ग्रुप्स से 50 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राएं जुड़े हैं। भास्कर ने ऐसे 5 ग्रुप में जुड़कर इनके एडमिन से पेपर खरीदने की डील की। साथ ही एमपी बोर्ड और साइबर सेल के अफसरों से बात कर समझा कि वो ऐसे ग्रुप्स को लेकर क्या लीगल एक्शन ले रहे हैं। पेपर लीक से रोकने के लिए मंडल के क्या इंतजाम है? पढ़िए संडे स्टोरी
अब जानिए भास्कर ने कैसे की डील
पहली डील: 499 रुपए दिए, प्राइवेट ग्रुप में एड किया बोर्ड एग्जाम के पेपर देने का दावा करने वाले सबसे ज्यादा ग्रुप टेलीग्राम चैनल पर बनाए गए हैं। भास्कर को ऐसे ही एक ग्रुप “MP Board Paper Leak Private” का पता चला। इस ग्रुप का एडमिन “Leaker Sir” है।जैसे ही ग्रुप में जुड़ते हैं तो एक मैसेज डिस्प्ले होता है।
इसमें लिखा है, “एमपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के पेपर हमारी तरफ से 100% क्लियर हैं। सिक्योरिटी टाइट होने की वजह से हम इन्हें पब्लिक ग्रुप में नहीं डाल सकते। प्राइवेट ग्रुप में जुड़ने के लिए पेमेंट करना होगा।” इस मैसेज के आने के बाद भास्कर ने Leaker Sir को पर्सनल मैसेज किया..
रिपोर्टर: हैलो, प्लीज एड मी ऑन प्राइवेट ग्रुप।
Leaker Sir: क्लास।
रिपोर्टर: 12th
Leaker Sir: 299 रु. ऑल पेपर।
रिपोर्टर: सारे पेपर के 299, या एक के?
Leaker Sir: ऑल पेपर के 499 रुपए।
रिपोर्टर: ठीक है। ग्रुप में एड होने के बाद भेजना है या पहले ही।
Leaker Sir: पहले।
रिपोर्टर: ओके, क्यूआर कोड भेज दीजिए।
रिपोर्टर: पेमेंट कर दिया है, अब आप ग्रुप में ऐड कर लीजिए।
Leaker Sir: हां, वेट।
रिपोर्टर: कब तक ऐड करेंगे?
Leaker Sir: क्लास बताओ।
रिपोर्टर: 12th
Leaker Sir: जॉइन।
रिपोर्टर: थैंक यू। भैया, इसमें तो इंपॉर्टेंट क्वेश्चन है, पेपर कहां है, कब तक मिलेगा?
Leaker Sir: पेपर अभी से कौन देगा बताओ..।
रिपोर्टर: फिर भी कब तक मिलेगा?
Leaker Sir: रात में एक्जाम वाले दिन।
रिपोर्टर: फिर उसको पढ़ना भी तो पड़ेगा।
Leaker Sir: जब तक आप पढ़ाई करो, इंपॉर्टेंट है सारे याद कर लो।
रिपोर्टर: पढ़ाई तो कर ही रहे है। फिर भी थोड़ा जल्दी मिल जाता तो अच्छा रहता।
Leaker Sir: मिल जाएगा।
रिपोर्टर: पैसे ज्यादा ले लीजिए पर पेपर दे दीजिए।
Leaker Sir: पढ़ाई करते रहो।
रिपोर्टर: आपका नंबर ही दे दीजिए । पेपर से पहले आप से बात हो जाए।
हमारे इस मैसेज के बाद Leaker Sir ने हमें ब्लॉक कर दिया….
दूसरी डील: 1800 रुपए में असली पेपर की गारंटी इस बार भास्कर रिपोर्टर ने “MP Board Papers 2025” नाम के एक ग्रुप से संपर्क किया, जिसमें 6369 सदस्य जुड़े हुए हैं। इस ग्रुप का एडमिन “RAK Sir” है, जिसने ग्रुप में लिखा- “बोर्ड पेपर के लिए मैसेज कर सकते हो, अभी रेट कम है, तो मस्त फायदा उठाओ!” हमने RAK Sir को मैसेज किया….
रिपोर्टर: हैलो सर, बोर्ड पेपर के प्राइवेट ग्रुप में कैसे एड हो सकते है?
RAK Sir: पेमेंट करना रहेगा आपको उसके बाद आपको प्राइवेट ग्रुप में ऐड कर लूंगा। वहां आपको सारे पेपर मिल जाएंगे।
रिपोर्टर: क्यूआर कोड?
RAK Sir: पेमेंट कब करोगे।
रिपोर्टर: जब आप भेज देंगे स्कैनर। कितने करने है?
RAK Sir: क्लास, सब्जेक्ट।
रिपोर्टर: 10th
RAK Sir: 1800 फॉर ऑल सब्जेक्ट।
रिपोर्टर: मेरी फ्रेंड ने तो दूसरी जगह से 500-600 में लिया है।
RAK Sir: वो फर्जी है भाई..।
रिपोर्टर: सर, 1800 में सही पेपर होने की क्या पूरी गांरटी है?
RAK Sir: 100%
रिपोर्टर: पेमेंट हो गया है।
RAK Sir: हां, जॉइन करो।
रिपोर्टर: पेपर कब देंगे?
RAK Sir: एक रात पहले।
रिपोर्टर: उससे पहले थोड़ा भी नहीं पता चलेगा क्या?
RAK Sir: होगा तो भेज दूंगा।
रिपोर्टर: प्लीज, थैंक यू।
RAK Sir: चैट्स डिलीट कर रहा हूं बिकॉज ऑफ प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी।
कोई 600 तो कोई 800 में भी डील कर रहा
इसके अलावा भी कई ग्रुप हैं जो 600 और 800 रु. में असली पेपर देने का दावा करते हुए डील कर रहे हैं। भास्कर रिपोर्टर ने ऐसे ही 3 और ग्रुप में जुड़कर पेपर की डील की..
- MP Board 10th 12th Pepar: इस ग्रुप में 6800 लोग जुडे हैं। ग्रुप के एडमिन “आपका एजे” ने कहा कि 600 रुपए में प्राइवेट ग्रुप में एड करेंगे। एक रात पहले पेपर मिलेगा।
- MP Board 2025 Exam Papers: ग्रुप से 24187 लोग जुड़े हैं। एडमिन “pateljipix” ने बताया कि 20 तारीख तक प्राइवेट ग्रुप में एड होने के लिए सिर्फ 500 रुपए देने होंगे। 21 तारीख से 799 रुपए लगेंगे। इस एडमिन ने “MP Board 2025” नाम से एक और ओपन ग्रुप बना रखा है। इससे 11396 लोग जुड़े हैं।
- MP Board Leak Paper: इस ग्रुप में 104 लोग एड है। इससे जुड़ने के लिए पहले “mp board wala bot” नाम से एक लिंक पर क्लिक करना पड़ता है। इसके बाद एक चैट बॉट खुलता है। बॉट एक प्री जनरेटेड मैसेज देता है। जिसमें चैनल को सब्सक्राइब करने को कहा जाता है। ग्रुप असली है ये बताने के लिए एडमिन ने ब्लर पेपर अपलोड किया है।
ग्रुप में इस तरह का पेपर ब्लर कर भेजा जाता है, ताकि भरोसा हो कि ये असली है।
साइबर क्राइम के अफसर बोले- ये रकम ऐंठने का जरिया
टेलीग्राम पर एक्टिव इन ग्रुप्स के बारे में साइबर क्राइम सेल को भी जानकारी है। कुछ दिनों पहले ही साइबर सेल ने ऐसे ग्रुप्स से सावधान रहने की एडवाइजरी जारी की है। साइबर क्राइम सेल भोपाल के एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान कहते हैं कि पिछले साल भी इसी तरह से सोशल मीडिया पर असली पेपर देने के नाम पर कई ग्रुप्स एक्टिव हुए थे।
जिस दिन पेपर था उस दिन एक पेपर भी वायरल किया गया, मगर एमबी बोर्ड ने इसी फर्जी करार दिया था। जब इसकी हमने जांच की तो ग्रुप इनएक्टिव हो गया था। वे कहते हैं कि कि ऐसे ग्रुप्स स्टूडेंट्स को पेपर देने का झांसा देकर अच्छी खासी रकम वसूल करते हैं। ये केवल एग्जाम से पहले एक्टिव होते हैं।
ये एक तरह से साइबर फ्रॉड है। एग्जाम शुरू होने के बाद सारे ग्रुप से डेटा डिलीट हो जाता है, ताकि इन तक पहुंचा ना जा सके।पेरेंट्स और स्टूडेंट्स फर्जी पेपर के नाम पर हुई ठगी की शिकायत भी नहीं करते।
भिंड से ऐसे ही ग्रुप को ऑपरेट करने वाला युवक गिरफ्तार
साइबर क्राइम ब्रांच ने भिंड से टेलीग्राम पर फर्जी पेपर लीक करने वाले 20 वर्षीय आरोपी शिवम् यादव को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने टेलीग्राम पर mpboardclass12thpaperleak, MpboardPaper_officiall नाम के दो ग्रुप बनाए थे। वह माध्यमिक शिक्षा मंडल का लोगो का इस्तेमाल कर फर्जी पेपर अपलोड कर रहा था।
इसके एवज में वो ग्रुप मेंबर्स से 1- 2 हजार रु. वसूल कर अपने खाते में डलवाता था। साइबर क्राइम ने उसके ग्रुप्स को डिलीट कर दिया है।
एमपी बोर्ड के अफसर भी कर रहे ग्रुप्स की निगरानी
सोशल मीडिया पर एक्टिव ग्रुप्स की निगरानी को लेकर एमपी बोर्ड ने एक वॉर रूम तैयार किया है। वॉर रूम के कर्मचारी एमपी बोर्ड की-वर्ड से ऐसे ग्रुप्स की जानकारी जुटा रहे हैं। उन्हें अब तक MP Board Paper Leak, SUPPLEMENT PAPER LEAK, MP BOARD PAPER LEAK2025, MP BOARD PAPER LEAK 2024-25 और MP BOARD CLASS 12 PAPER 2025 जैसे ग्रुप मिले हैं।
इसकी जानकारी साइबर क्राइम सेल को दी गई है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव के डी त्रिपाठी कहते हैं कि सोशल मीडिया पर पेपर लीक की भ्रामक बातें फैलाई जा रही है। मेरा पेरेंट्स और स्टूडेंट्स से अनुरोध है कि वे इस तरह के ग्रुप्स के बहकावे में न आए। इनका मकसद केवल पैसा वसूलना है।
हमने इस बार ऐसी व्यवस्था की है कि कोई पेपर सोशल मीडिया पर लीक ही नहीं होगा। अगर इन ग्रुप्स के बारे में स्टूडेंट कोई जानकारी आगे फॉरवर्ड करते हैं, तो उनके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई कर सकती है।
जानें पेपर लीक रोकने के लिए कितनी है एमपी बोर्ड की तैयारी?
इस बार पेपर लीक न हो इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दो तरह से इंतजाम किए है। पहला- कलेक्टर प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी बढ़ाई है और दूसरा तकनीक का सहारा लिया है। मंडल ने MPBSE.conductofexam.in नाम का मोबाइल ऐप्लिकेशन तैयार किया है।
इसके जरिए थानों से लेकर केंद्र तक पेपर पहुंचाने की मॉनिटरिंग की जाएगी। मंडल के अधिकारियों का दावा है कि देश में इस तरह की तकनीक का पहली बार इस्तेमाल होगा। सिलसिलेवार जानिए ये कैसे होगा-
- कलेक्टर प्रतिनिधि स्टाफ के मोबाइल सील करेंगे: कलेक्टर प्रतिनिधि थाने से प्रश्नपत्र निकलवाने के बाद केंद्राध्यक्ष और सहायक केंद्राध्यक्ष के साथ परीक्षा पहुंचकर एग्जाम सेंटर में तैनात शिक्षक, पर्यवेक्षक, स्कूल स्टाफ के मोबाइल फोन बंद कराकर एक अलमारी में सील करेंगे।
- पेपर के पैकेट एग्जाम हॉल में खोले जाएंगे: परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्रों के बॉक्स खुलने के पहले कलेक्टर प्रतिनिधि देखेंगे कि कंट्रोल रूम या केंद्राध्यक्ष के कक्ष में, प्रश्न-पत्रों के कोई भी पैकेट नहीं खोले जाए।
- कलेक्टर प्रतिनिधि 10 बजे तक परीक्षा केंद्र पर रहेंगे: कलेक्टर प्रतिनिधि ये देखेंगे कि पेपर का सील्ड बॉक्स केंद्राध्यक्ष सुबह 08:30 बजे के पहले न खोलें। 8.45 मिनट से पहले वो इसे पर्यवेक्षकों को न दें। साथ ही उन्हें परीक्षा शुरू होने के एक घंटे बाद यानी 10 बजे तक सेंटर पर ही रहना जरूरी होगा।