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डुमरा मुख्यालय के कोर्ट परिसर में स्थित दुर्गा मंदिर में स्थापित माता दुर्गा के साथ ही पंडाल में बड़ी काली माता के पूजा की परंपरा है। इसके साथ ही प्राय: पर्व के दौरान सन्नाटा में पसरे परिसर में पूजा के दौरान सभी सड़कों को रोशनी से सजाया जाएगा। अध्यक्ष ओम बाबू पटेल ने बताया कि पूर्व की तरह ही इस बार भी दुर्गा मंदिर के सामने ही सड़क के उपर मंदिर के आकृति का भव्य पंडाल होगा, जिसके एक तरफ दुर्गा मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की पूजा की जाएगी वहीं पंडाल के दूसरी तरफ बड़ी काली माता की पूजा होगी। जिसे पंडाल में ही स्टेज बनाकर बड़ी काली माता का भव्य मूर्ति कलाकार द्वारा बनाया जा रहा है। बताया कि पंडाल की ऊंचाई 35 फीट की होगी एवं लंबाई 125 फीट व चौड़ाई 60 फीट होगी। पंडाल के अंदर से यात्री व वाहन आराम से आवागमन कर सकेंगे। पंडाल में एक तरफ समिति का नियंत्रण कक्ष होगा, जहां से पूजा के साथ ही श्रद्धालुओं के भीड़ पर नजर रखी जाएगी। महिलाओं व पुरूष के लिए अलग- अलग दर्शन का द्वार होगा। यहां विधि विधान के साथ हर साल की तरह इस बार भी पूजा में माता दुर्गा के साथ माता काली की पूजा की जाएगी। सुबह शाम पूजा के बाद आरती व प्रसाद वितरण किया जा रहा है।
अध्यक्ष ने बताया कि दुर्गा पूजा के समय कोर्ट परिसर की सभी सड़के सजाई जाती है। दुर्गा मंदिर से बैंक चौक व थाना रोड, इसके बाद अनुमंडल कार्यालय से हवाई फिल्ड तक एवं मर्यादा पथ भी रोशन किया जाता है। षष्टी के दिन गाजे-बाजे के साथ बेल न्योतन को ले कन्याओं की शोभा यात्रा निकाली जाती है। जिसमें समिति सदस्यों के साथ ही स्थानीय कन्याएं व गणमान्य शामिल होते हैं। पूजा में मुख्य आचार्य बनारस के ब्रिज किशोर पंडित हैं तथा यजमान के रूप में विक्की पटेल हैं। समिति में अध्यक्ष ओमबाबू पटेल, रोहित कुमार, लखन कुमार, प्रीतम सिंह, विक्की पटेल, अमित कुमार, सुभाष मंडल, गौरव पटेल, गुड्डू चौधरी, उत्कर्ष कुमार आदि शामिल हैं।